सीसीटीवी फुटेेज के आधार पर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया. सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज, हत्या के वक्त इस्तेमाल किया गया. मोबाइल नेटवर्क और सूरत के मोबाइल नेटवर्क को खंगाला जा रहा है ताकि और सुराग इकट्ठा किया जा सके.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में शुक्रवार को हुई हत्या (Murder) के तार गुजरात (Gujrat) से जुड़ रहे हैं. हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या मामले में सूरत पुलिस ने देर सात संदिग्धों को हिरासत में लिया, जिनमें से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है. सूरत में गिरफ्तार किए गए संदिग्धों का नाम राशिद, मोहसिन और फैज़ल बताया जा रहा है. इन तीनों को सूरत के लिंबायत इलाके में तीन लोग गिरफ्तार किया गया है. वहीं, उत्तर प्रदेश के बिजनौर से दो मौलानाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पूछताछ के लिए आ सकती है लखनऊ पुलिस
जानकारी के मुताबिक, सातों संदिग्धों से पुलिस ने देर रात तक पूछताछ की गई. गुजरात एटीएस और सूरत क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि लखनऊ पुलिस भी पूछताछ के लिए सूरत आ सकती है. वहीं, इस हत्याकांड के आरोपी मुफ्ती नईम कासमी और मौलाना अनवारुल हक दोनों को बिजनौर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मौलानाओं के परिजनों ने बताया कि पुलिस ने देर रात 3 बजे दोनों को गिरफ्तार किया है.
सीसीटीवी फुटैज से मिले सुराग
सीसीटीवी फुटैज के आधार पर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया. सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज, हत्या के वक्त इस्तेमाल किया गया. मोबाइल नेटवर्क और सूरत के मोबाइल नेटवर्क को खंगाला जा रहा है ताकि और सुराग इकट्ठा किया जा सके.
मिठाई के डिब्बे में छिपाया था हथियार
दरअसल, कमलेश की हत्या के बाद पुलिस को जो CCTV फुटेज मिला है. उसमें जो दो संदिग्ध युवक दिखाई दे रहे हैं. उनके हाथ में मिठाई का थैला दिखाई दे रहा है. इसी मिठाई के थैले से पुलिस को अहम सुराग मिला है. दरअसल, इस थैले में जो मिठाई का डब्बा मिला है, जो सूरत मशहूर धरती ब्रांड का है. पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इसी मिठाई के डिब्बे में हथियार छिपा कर लाए गए थे.
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आतंकी संगठन अल हिंद ब्रिगेड ने ली घटना की जिम्मेदारी
वहीं, कमलेश तिवारी की हत्या पर यूपी में राजनीति में उबाल आ गया है. कमलेश की हत्या से हिंदू संगठनों में नाराजगी है. वहीं, कल देर आतंकी संगठन अल हिंद ब्रिगेड ने कमलेश की हत्या की जिम्मेदारी ली है. अल हिंद ब्रिगेड ने दावा किया है कि उसने कमलेश की इसलिए हत्या की क्योंकि उसने इस्लाम और मुसलमानों का अपमान किया. अल हिंद ब्रिगेड के बारे में सुरक्षा ऐजेंसियों को ज्यादा जानकारी नहीं है और अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि ये किस आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है. हालांकि पुलिस ने अभी तक संगठन के दावे की पुष्टि नहीं की है.
लखनऊ में दिया था वारदात को अंजाम
आपको बता दें कि लखनऊ में शुक्रवार को दिन दहाड़े हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी. नाका थाना क्षेत्र इलाके में हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी पर गोलियां दागी गई थीं. वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए. बताया जा रहा है कि भगवा कपड़े पहने दो हमलावर हाथ में मिठाई के डिब्बा लेकर कार्यालय में घुसे और गोलियां दाग दीं थी.