Corona ने भव्य राम जन्मोत्सव के आयोजन पर फेरा पानी, जानिए लॉकडाउन के बीच अयोध्या में कैसे मनेगी रामनवमी
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Corona ने भव्य राम जन्मोत्सव के आयोजन पर फेरा पानी, जानिए लॉकडाउन के बीच अयोध्या में कैसे मनेगी रामनवमी

रामनवमी पर जिस अयोध्या की सड़कों को दो दिन पहले से बंद कर दिया जाता था, वहां आज अयोध्या सूना पड़ा है.

Corona ने भव्य राम जन्मोत्सव के आयोजन पर फेरा पानी, जानिए लॉकडाउन के बीच अयोध्या में कैसे मनेगी रामनवमी

मनमीत गुप्ता/अयोध्या: दशकों बाद आए ऐतिहासिक फैसले के बाद इस बार अयोध्या में राम जन्मोत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाए जाने का कार्यक्रम था, लेकिन कोरोना ने पूरे आयोजन पर पानी फेर दिया. ये पहली बार है जब राम भक्त अयोध्या में राम जन्मोत्सव के साक्षी नहीं बन पाएंगे. जबकि 28 साल बाद रामलला का जन्मोत्सव टेंट की जगह अस्थाई मंदिर में मनाए जाने की तैयारियां थीं. लेकिन, लॉकडाउन के चलते रामनगरी अयोध्या में सभी मठ मंदिर बंद हैं. ऐसे में राम जन्मभूमि में भी रामलला के दर्शन श्रद्धालुओं को नहीं हो पाएंगे. रामनवमी पर जिस अयोध्या की सड़कों को दो दिन पहले से बंद कर दिया जाता था, वहां आज अयोध्या सूना पड़ा है.

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सीमित साधन और लोगों के बीच होगा आयोजन
दोपहर 12 बजे भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव सीमित साधन और लोगों के बीच ही मनाया जायेगा. रामलला के वस्त्र और ध्वजा को बदला जाएगा. रामलला सहित तीनों भाइयों लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन को पीले नए वस्त्र पहनाएं जाएंगे. रामलला सहित सभी भाइयों को फलाहार का भोग लगाया जायेगा. सिंघाड़े के आटे की पकौड़ी व मीठे पेड़े होंगे. नए भवन को बेहद साधारण तरह से ही सजाया गया है. रामनवमी पर सरयू नदी में होने वाला स्नान भी इस बार नहीं होगा.

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राम जन्मभूमि रामलला के मुख्य पूजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि इस बार लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होना था. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम जन्मोत्सव के आयोजन की बड़े स्तर पर तैयारी की थी. तीन कुंतल के करीब पंजीरी प्रसाद के रूप में बनाने की तैयारी थी. लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सभी चीजें सीमित कर दी गई हैं. तीन कुंतल पंजीरी की जगह तीन मेल की 40 किलो पंजीरी ही बनाई जा रही है. धनिया, सिंघाड़े का आटा, रामदाना की पंजीरी से रामलला को भोग लगाया जायेगा. 15 लीटर के पंचामृत का भी भोग लगाया जायेगा. जो राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के लोगों और सुरक्षा में तैनात कर्मियों को बांटा जायेगा.

घर पर मनाएं रामजन्मोत्सव
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने अपील की है कि हिन्दू जनमानस घर में ही रामलला के जन्मोत्सव को उत्साह के साथ मनाएं. भगवान राम की मूर्ति या फिर श्रीराम की तस्वीर को सामने रखकर पूजा करें. विजय मंत्र श्री राम जय राम जय जय राम की एक माला का जाप करें. भगवान को पुष्प, दीप और भोग अर्पित करते हुए पूजा अर्चना और आरती करें. उसके बाद शाम के वक्त घर में दीप जलाएं. घर के प्रवेश मार्ग पर भी एक दीप जलाकर रखें.

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