Prayagraj Traffic Route Map: सड़क से प्रयागराज महाकुंभ मेला पहुंचने के लिए सात मार्ग चिन्हित किए गए हैं. इन्हीं मार्गों पर सर्वाधिक भीड़ आने की संभावना जताई जा रही है. प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट का ट्रैफिक प्लान रेडी है.
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Prayagraj Mahakumbh Road: महाकुंभ मेला 2025 में सबसे ज्यादा ट्रैफिक कहां से और किस जिले या राज्य से आएगा. इसके लिए व्यापक ट्रैफिक प्लान तैयार कर लिया गया है.मकर संक्रांति से मौनी अमावस्या और महाशिवरात्रि तक बड़े शाही स्नान पर भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अभी से यूपी पुलिस ने इंतजाम शुरू कर दिए हैं. प्रयागराज ट्रैफिक पुलिस ने प्रमुख स्नान पर्व और सामान्य स्नान के लिए यातायात योजना तैयार की है.
प्रयागराज के सभी सात प्रमुख रास्तों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर गहन तैयारियां की जा रही हैं. संभावना है कि जौनपुर, रीवा-बांदा और वाराणसी के रास्ते श्रद्धालुओं का सबसे ज्यादा सैलाब आ सकता है. कानपुर और मिर्जापुर से भी बड़े पैमाने पर श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. तीर्थयात्रियों को परेशानी से बचाने और पवित्र स्नान के लिए यातायात पर विशेष ध्यान दिया गया है. इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है. यातायात पुलिस समेत करीब सवा लाख के करीब पुलिसबल वहां मौजूद होगा.
जौनपुर से सबसे ज्यादा ट्रैफिक आने का अनुमान
ट्रैफिक पुलिस एडवाइजरी के अनुसार, महाकुंभ मेला और कमिश्नरी इलाके में आने के सात प्रमुख मार्ग हैं. इनमें जौनपुर रोड, वाराणसी रोड, मिर्जापुर रोड, लखनऊ रोड रीवा-बांदा रोड, कानपुर रोड और प्रतापगढ़ रोड भी है. ट्रैफिक योजना के अनुसार, सबसे ज्यादा 21 फीसदी यातायात जौनपुर रोड से होने की संभावना है. बुंदेलखंड के रीवां-बांदा रास्ते से 18 फीसदी श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. वाराणसी रोड से 16 और कानपुर रोड से 14 फीसदी लोग आ सकते हैं. मिर्जापुर ट्रैफिक रोड से 12 फीसदी श्रद्धालु आ सकते हैं. लखनऊ रोड से 10 फीसदी और प्रतापगढ़ रोड से 9 फीसदी तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है.
पैदल यात्रियों का रास्ता
शाही स्नान को छोड़कर सामान्य दिनों में सभी सात रास्तों का अलग-अलग ट्रैफिक प्लान तैयार है. बड़े और छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल बनाए गए हैं. सामान्य दिनों में पैदल यातायात पर शहरी इलाके में किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं रहेगी. कुंभ मेला क्षेत्र में वनवे ट्रैफिक का इस्तेमाल होगा, ताकि कहीं भी भीड़ इकट्ठा न हो. अगर सामान्य दिनों में भीड़ ज्यादा होती है तो एसएसपी कुंभ मेला द्वारा हालात के अनुसार ट्रैफिक डायवर्जन का निर्णय लिया जाएगा.