बरसाना में खेली गई लट्ठमार होली, हुरियारिनों ने हुरियारों पर बरसाई लाठियां, पर्यटकों ने उठाया आनंद
Advertisement

बरसाना में खेली गई लट्ठमार होली, हुरियारिनों ने हुरियारों पर बरसाई लाठियां, पर्यटकों ने उठाया आनंद

बरसाना की लट्ठमार होली बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाई गई. हुरियारिनों ने हुरियारों पर लाठियों की बरसात कर इस उत्सव में रंग भर दिया.

बरसाना में लट्ठमार होली की तस्वीर

कन्हैया लाल शर्मा/मथुरा:  विश्व प्रसिद्ध बरसाना की लट्ठमार होली बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाई गई. हुरियारिनों ने हुरियारों पर लाठियों की बरसात कर इस उत्सव में रंग भर दिया. बरसाना की इस अनोखी होली को देखने के लिए भारी संख्या में देश-विदेश से पर्यटकों का जमावड़ा लगा.

ब्रज में होली खास मस्ती भरी होती है क्योंकि इसे कृष्ण और राधा के प्रेम से जोड़कर देखा जाता है, यहां की होली में मुख्यत: नन्दगांव के पुरुष और बरसाने की महिलाएं भाग लेती हैं, क्योंकि कृष्ण नंदगांव के थे और राधा बरसाने की थी, नंदगांव से टोलियां जब पिचकारियां लिए बरसाना पहुंचती हैं , तो उन पर महिलाएं खूब लाठियां बरसाती हैं, पुरुषों को लाठियों से बचना होता है और साथ ही महिलाओं को रंगों में भिगोना होता है.

 नंदगांव और बरसाने के लोगों का विश्वास है कि होली की लाठियों से किसी को चोट नहीं लगती है अगर चोट लगती है तो घाव पर मिट्टी लगा दी जाती है, जिससे वो तुरंत भर जाता है. इस दौरान भांग और ठंडाई का भी खूब लुत्फ उठाया जाता है.  कीर्तन मंडलियां भी गीत गाकर इस उत्सव में नया जोश भरती हैं.

बृज में चालीस दिन तक चलने वाले इस उत्सव में जब तक बरसाना की हुरियारिन नंदगांव के हुरियारों के साथ लाठियों से होली नहीं खेलती तब तक होली का आनंद नही आता. कहा जाता है कि इस होली को देखने के लिए स्वयं देवता आते हैं, वहीं भारी संख्या में देश विदेश के पर्यटक भी इस उत्सव में जुटते हैं. और राधा-कृष्ण की प्रेम स्वरुप होली को देखकर आनन्दित हो उठते हैं.

Trending news