Brij Bhushan Sharan Singh : जब से लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है, तब से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह कैंसरगंज सीट से अपना दावा ठोक रहे थे. बृजभूषण शरण सिंह अंतिम समय तक खुद की दावेदारी करते रहे.
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Brij Bhushan Sharan Singh (अतुल यादव) : बीजेपी ने 2 मई को यूपी की सबसे हॉट सीट में से एक कैसरगंज से प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी. बीजेपी ने यहां से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया है. वहीं, बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कट गया है. 6 बार के सांसद बृजभूषण शरण का टिकट कटना चर्चा में है. तो आइये जानते हैं किन वजहों से बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कटा?
अंतिम समय तक खुद की करते रहे दावेदारी
दरअसल, जब से लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है, तब से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह कैंसरगंज सीट से अपना दावा ठोक रहे थे. बृजभूषण शरण सिंह अंतिम समय तक खुद की दावेदारी करते रहे. उनका कहना था कि शीर्ष नेतृत्व को पता है कि कैसरगंज से बीजेपी मजबूत है. टिकट के लिए एक मैं ही दावेदार हूं. हालांकि, पार्टी का फैसला कुछ और ही था. पार्टी ने छोटे बेटे करण भूषण सिंह को मौका दिया है.
महिला पहलवानों ने लगाया था यौन शोषण का आरोप
बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कटने के पीछे सबसे खास वजह महिला पहलवानों से कथित यौन शोषण का आरोप माना जा रहा है. भारतीय पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मुहिम छेड़ रही है. कई मौकों पर पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला. बताया जा रहा है कि महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोपों की वजह से ही कैसरगंज सीट पर टिकट को लेकर लंबे समय से सस्पेंस बना हुआ था.
...तो बड़बोलापन पड़ गया भारी
बृजभूषण शरण सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है. इतना ही बृजभूषण शरण सिंह का गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और अंबेडकरनगर में सियासी दखल हमेशा से रही है. कहा जाता है कि इन सीटों पर बिना उनके समर्थन कोई चुनाव जीत नहीं सकता. बृजभूषण शरण सिंह इसे अपना दबदबा बताते हैं. वह अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं. पिछले साल राज ठाकरे को अयोध्या में न घुसने की धमकी दे दी थी. पार्टी लाइन से बाहर होकर बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे को अयोध्या न आने की चेतावनी दी थी. इसके अलावा बाबा रामदेव को भी वह कई बार चेतावनी दे चुके हैं.
खुले मंच से पहलवान को जड़ा था थप्पड़
इतना ही नहीं बृजभूषण शरण सिंह अपनी दबंगई की कहानी खुलकर बताते रहते हैं. एक साक्षात्कार में उन्होंने हत्या की भी बात स्वीकार की है. 1993 में चुनावी रंजिश के चलते सपा प्रतिदंद्वी विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह पर जानलेवा हमला करवाने का आरोप है. इसके अलावा 2021 में रांची में खुले मंच पर बृजभूषण शरण सिंह ने एक पहलवान को थप्पड़ जड़ दिया था. इसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था.
अंडरवर्ल्ड डॉन को संरक्षण देने का आरोप
साल 1993 में बृजभूषण शरण सिंह सांसद थे. उस समय घटी एक घटना ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई. बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगे उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गों को संरक्षण दिया. इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. उनपर टाडा के तहत कार्रवाई की गई. हालांकि, उनके रसूख पर कोई फर्क नहीं पड़ा. जेल से 1996 में पत्नी केतकी सिंह को चुनाव जितवाया.
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