Kajal Nishad Admitted to Hospital : लखनऊ के मेदांता अस्पताल में काजल निषाद का इलाज चल रहा है. डॉक्टरों ने काजल निषाद को आराम करने की सलाह दी है. बीजेपी प्रत्याशी रविकिशन ने काजल निषाद के जल्द ठीक होने की कामना की है.
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Kajal Nishad Health Update : गोरखपुर लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी काजल निषाद की अचानक तबीयत बिगड़ गई. काजल निषाद का नजदीक के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था. रविवार देर रात तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया. लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है. सोमवार को उनकी हालत स्थिर बताई गई. डॉक्टरों ने कहा कि काजल निषाद को आराम करने की जरूरत है. वहीं, गोरखपुर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी रविकिशन ने काजल के जल्द ठीक होने की कामना की है.
चुनाव प्रचार के दौरान बिगड़ी तबीयत
बताया गया कि सपा प्रत्याशी काजल निषाद प्रत्याशी बनाए जाने के बाद ही चुनाव प्रचार में जुट गईं. बीते 5 अप्रैल को चुनाव प्रचार के दौरान ही अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. बताया गया कि चुनाव प्रचार के दौरान वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं. उन्हें उपचार के लिए पास के अस्पताल में ले जाया गया. जहां उनका इलाज चल रहा था. हालांकि, अचानक सीने में दर्द होने की वजह से उन्हें रविवार को लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ के मेदांता में उन्हें भर्ती कराया गया है. यहां के डॉक्टरों का कहना है कि काजल निषाद की ईसीजी कराई गई. रिपोर्ट में दिल के रिदम में बदलाव मिला है. इससे लगता है कि काजल निषाद को दिल का दौरा पड़ा है.
कौन हैं काजल निषाद?
काजल निषाद का जन्म मुंबई शहर में हुआ है. उनके माता-पिता मूलरूप से गुजरात के कच्छ के रहने वाले हैं. काजल निषाद ने कई टीवी सीरीयल और भोजपुरी फिल्मों में अभिनय किया है. सब टीवी के कॉमेडी डेली सोप लापतागंज और भोजपुरी फिल्म शादी बियाह में अपने किरदार चमेली के लिए जाना जाता है. इसके अलावा वह सीरियल तोता वेड्स मैना में राम कटोरी चाची की भूमिका निभाई. उन्होंने कलर्स टीवी के इश्क का रंग सफ़ेद में कनक त्रिपाठी की भूमिका भी निभाई. काजल ने गोरखपुर के भऊआपार गांव के रहने वाले भोजपुरी फिल्म निर्माता संजय निषाद से शादी की है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की करीबी
काजल निषाद ने साल 2012 में राजनीति में कदम रखा था. सपा के पहले वह कांग्रेस और निषाद पार्टी में भी रही हैं. हालांकि, 7 अगस्त 2021 को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने काजल निषाद को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. काजल करीब एक हजार समर्थकों के साथ सपा में शामिल हुई थीं, तभी से वह लगातार पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं. काजल सपा की सीट से 2022 के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर की कैंपियरगंज सीट चुनाव भी लड़ चुकी हैं. वहीं, साल 2012 में भी गोरखपुर ग्रामीण से विधानसभा चुनाव लड़ा था. तब वह कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरी थीं. अब तीसरी दफा लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. काजल निषाद को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है.
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