कहानी इरफान सोलंकी की... महिला आईएएस से बदसलूकी, डॉक्टरों से पिटाई और फिर गरीब की झोपड़ी जलाना पड़ा भारी
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कहानी इरफान सोलंकी की... महिला आईएएस से बदसलूकी, डॉक्टरों से पिटाई और फिर गरीब की झोपड़ी जलाना पड़ा भारी

Irfan Solanki : सीसामऊ से सपा विधायक इरफान सोलंकी को कानपुर की एमपीएमएलए कोर्ट ने शुक्रवार को सजा सुना दी. 7 साल की सजा सुनाए जाने के बाद इरफान सोलंकी की विधानसभा सदस्‍यता रद्द हो जाएगी. 

Irfan Solanki

Irfan Solanki : लोकसभा चुनाव के नतीजों से खुश समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव को तगड़ा झटका लगा है. कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी को आगजनी मामले में कोर्ट ने 7 साल की सजा सुनाई है. माना जा रहा है कि इरफान सोलंकी की विधायकी छिन सकती है. ऐसे में यूपी की एक और सीट पर उपचुनाव होना संभव है. इरफान सोलंकी इससे पहले महिला आईएएस अफसर से उनके दफ्तर में घुसकर बदसलूकी कर चुका है. इतना ही नहीं डॉक्‍टरों से भी पिटाई का आरोप है. अब महिला की झोपड़ी जलाना भारी पड़ गया. 

इरफान की विधायकी जानी तय 
सीसामऊ से सपा विधायक इरफान सोलंकी को कानपुर की एमपीएमएलए कोर्ट ने शुक्रवार को सजा सुना दी. 7 साल की सजा सुनाए जाने के बाद इरफान सोलंकी की विधानसभा सदस्‍यता रद्द हो जाएगी. इसके बाद सीसामऊ विधानसभा सीट खाली हो जाएगी. लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत 2 साल से अधिक सजा के बाद सदस्यता छिन जाती है. 

महिला आईएएस से बदसलूकी 
जून 2011 में इरफान सोलंकी करीब 20 अन्य साथियों के साथ महिला आईएएस अधिकारी रितु माहेश्वरी के कार्यालय में जबरन घुस गया था. उनके साथ दुर्व्यवहार करने की शिकायत दर्ज होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. इरफान के समर्थकों की कानपुर में पुलिस से झड़प हो गई थी. बाद में इरफान को मांगी मांगनी पड़ी थी. 

डॉक्‍टरों के साथ मारपीट की थी 
वहीं, मई 2012 में फरीदाबाद पुलिस ने इरफान सोलंकी की कार रोक ली थी. जब उसके समर्थक पुलिसकर्मी को मारने पर उतारू हो गए थे. तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस मामले में माफी मांगनी पड़ी थी. हद तो तब हो गई जब फरवरी 2014 में एक छोटी सी दुर्घटना को लेकर इरफान ने अपने समर्थकों के साथ कानपुर के मेडिकल कॉलेज और हैलट अस्पताल में समर्थकों के साथ हमला बोल दिया. जूनियर डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को गिरा गिरा कर बुरी तरह मारा गया. तत्कालीन एसपी और पुलिसकर्मियों की फौज ने भी उनका बखूबी साथ दिया था. 

मोदी लहर में दर्ज की थी जीत 
अगर सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे तो सपा के लिए दोबारा जीतना मुश्किल भरा साबित हो सकता है. इरफान सोलंकी को साल 2012 और 2017 में मोदी लहर में भी कोई हरा नहीं पाया था. सपा के लिए वह मजबूत दावेदार थे. सपा के लिए इस सीट पर इरफान के अलावा कोई और जिताऊ कैंडिडेट नहीं मिल सकता. बीजेपी भी अब इस सीट को नहीं छोड़ना चाहेगी. कुल मिलाकर अगर उपचुनाव होते हैं तो यहां दोनों दलों के बी कड़ा मुकाबला होगा.  

इन सीटों पर भी होना है उपचुनाव 
इरफान सोलंकी दिसंबर 2022 से जेल में बंद है. दिसंबर 2022 में ही कानपुर जेल से महाराजगंज जेल ट्रांसफर कर दिया गया था. 2003 में सीसामऊ सीट से इरफान सोलंकी ने जीत दर्ज कर दी थी. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी कई विधायक सांसद बन गए. ऐसे में यूपी में 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे. इसमें फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझावन, मीरापुर, अयोध्‍या, बड़हल, कटेहरी, शामिल हैं.  

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