नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ में हिंसा, नदवा कॉलेज में छात्रों ने पुलिस पर की पत्थरबाजी
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नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ में हिंसा, नदवा कॉलेज में छात्रों ने पुलिस पर की पत्थरबाजी

 कॉलेज के बाहर भारी संख्या पुलिस बल तैनात है. कॉलेज के अंदर से छात्रों द्वारा लगातार पत्थरबाजी हो रही है.  

नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ में हिंसा, नदवा कॉलेज में छात्रों ने पुलिस पर की पत्थरबाजी

लखनऊ: नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ अब लखनऊ से भी विरोध प्रदर्शन की खबर आ रही है. लखनऊ के नदवा कॉलेज में नागरिकता कानून को लेकर छात्रों ने सोमवार को हिंसक प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प भी हुई. छात्रों ने पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की. कॉलेज के बाहर भारी संख्या पुलिस बल तैनात है. कॉलेज के अंदर से छात्रों द्वारा लगातार पत्थरबाजी हो रही है. नदवा कॉलेज में इस वक्त 2000 से ज्यादा छात्र मौजूद है.

लखनऊ के एसपी कलानिधि नैथानी ने मीडिया को बताया, 'करीब 150 छात्र नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करते हुए आए और उन्होंने 30 सेकेंड तक पुलिस पर पत्थरबाजी की. अब हालात सामान्य है. छात्र अपने क्लासरूम में लौट गए हैं.'

रविवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस में हुई हिंसा को लेकर यूपी के डीजीपी (लॉ एंड ऑडर) ओपी सिंह ने मुख्ममंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक की. सीएम के साथ बैठक के बाद डीजीपी ने पुलिस मुख्यालय में अफसरों की बैठक बुलाई है.

नागरिकता कानून का विरोध, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में धारा 144 लागू
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) विधयेक के विरोध के नाम पर हो रही हिंसा की आग अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई है. इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने अलीगढ़, सहारनपुर, कासगंज और मेरठ समेत अन्य कई जिलों में एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी हैं. इन जिलों की इंटरनेट सेवा भी बाधित है.

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एएमयू में पथराव फायरिंग के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होता देख जिला प्रशासन ने 15 दिसंबर की रात साढ़े दस बजे से 16 दिसंबर की रात दस बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. इस दौरान लीज लाइन और लूप लाइन की इंटरनेट की सेवाएं भी नहीं चलेंगी. इसके अलावा नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सहारनपुर में रविवार रात 12 बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं.

उधर, देर रात राजधानी लखनऊ में करीब 500 छात्रों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया. छात्रों को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस को लाठी चलानी पड़ी.

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दराअसल किसी ने सोशल मीडिया पर जामिया मिलिया विवि में हुए बवाल को लेकर तरह-तरह के मैसेज चला दिए. व्हाट्एप पर किसी ने पुलिस की गोली लगने से एक छात्र की मौत का मैसेज चला दिया उसके बाद माहौल गर्म हो गया और छात्र सड़क पर उतर आए. अब प्रशासन प्रदर्शनकारियों की सीसीटीवी फुटेज तलाशकर उन पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है.

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नदवा कालेज में देर रात तक आस-पास की गलियों में छात्रों का जमावड़ा लगा रहा. सुरक्षा के लिहाज से वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात की गई है. साथ ही गृह विभाग ने इन जिलों के जिलाधिकारी और एसपी को सतर्क रहने को कहा है.

रविवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने कैंपस के गेट पर बिल का जमकर विरोध किया था. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और वटर कैनन का इस्तेमाल किया. एएमयू के छात्रों ने यह विरोध प्रदर्शन दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया के पास हुए विरोध प्रदर्शन के तुरंत बाद किया था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी 2020 तक बंद करने का आदेश दिया है.

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मुख्यमंत्री योगी ने बयान जारी कर कहा है कि नागरिकता संसोधन कानून के संदर्भ में कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई जाने वाली किसी भी अफवाह ध्यान न देने को कहा है. उन्होंने कहा सभी कानून का पालन करना पड़ेगा. अमन के माहौल को किसी को भी खराब करने की इजाजत नहीं है.

(इनपुट आईएएनएस से भी)

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