उन्नाव, बाराबंकी जैसे पांच पिछड़े जिलों की बदली तस्वीर, दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर लखनऊ-SCR बिल पास
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2361155

उन्नाव, बाराबंकी जैसे पांच पिछड़े जिलों की बदली तस्वीर, दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर लखनऊ-SCR बिल पास

Lucknow State Capital Region:  मानसून सत्र का तीसरा दिन है. योगी सरकार एससीआर यानी स्टेट कैपिटल रीज़न बनाने के लिए प्रस्ताव बुधवार को सदन में पेश करेगी.

UP Monsoon Session

Lucknow State Capital Region Bill Passed: यूपी में एनसीआर की तर्क पर एससीआर बनाने का योगी सरकार का प्रस्ताव विधानसभा से पास हुआ। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राज्य राजधानी क्षेत्र यानी एससीआर बनाने संबंधी बिल विपक्ष के हंगामे के बीच पास कराया। इस प्रस्ताव के पास होने के बाद राजधानी लखनऊ के बग़ल के जिलों को एससीआर क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। इसमें उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली और बाराबंकी के कई हिस्सों को मिलाकर एससीआर बनाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा योगी सरकार ने यूपी में नजूल संपत्ति को लेकर विधानसभा में विधेयक पेश कर उसे भी पास कराया। इस बिल के पास होने के बाद यूपी में नजूल भूमि को पट्टे पर नहीं दिया जा सकेगा। नजूल भूमि को लेकर सरकार ने अध्यादेश पास किया था और आज सदन में बिल पेश कर इसे पास करा दिया गया।

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज  विधानसभा में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एनसीआर की तर्ज़ पर एससीआर (SCR) बनाने संबंधी बिल पेश करेंगे. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और इसके पड़ोसी जिलों को SCR में शामिल किया गया है. योगी सरकार ने लखनऊ के बगल के उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली और बाराबंकी के कई हिस्सों को मिलाकर एससीआर बनाने का फैसला किया है. SCR बनने से यहां के लोगों को NCR की तर्ज पर सुविधाएं मिलेंगी. 

NCR की तर्ज पर SRC बनाने की तैयारी
लखनऊ के पड़ोसी जिलों हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी के 27826 वर्ग किलोमीटर एरिया को समेटकर उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) बनाया गया है.  जिससे इन सभी जिलों में तेज विकास किया जा सके और यहां के रहने वाले लोगों को NCR की तर्ज पर सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें. एससीआर में राजधानी लखनऊ समेत आसपास के पांच जिलों में एक जैसी व्यवस्थाएं होंगी.  लखनऊ से उन्नाव, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर, बाराबंकी तक सिटी बस और मेट्रो रेल सेवा संचालित की जाएंगी. जिससे लाखों लोगों को फायदा होगा.  इन शहरों में पानी की व्यवस्था, बिजली व्यवस्था और ऐसे ही अनेक इंतजाम एक जैसे होंगे. जिससे लखनऊ समेत आसपास के शहरों का विकास राजधानी की तर्ज पर होगा. 

लखनऊ से सटे जिलों का विकास
कुल 6 जिलों को मिलाकर यह स्टेट कैपिटल रीजन यानि (SCR) बनाया जाएगा.  ऐसा माना जा रहा है कि योगी सरकार की इस योजना से इन इलाकों में विकास की रफ्तार तेज हो जाएगी और सराकरी योजना का भी विस्तार होगा. इसी प्लान के तहत कानपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन खोजने के निर्देश दे दिए हैं. एससीआर का सेंट्रल पॉइंट लखनऊ-बाराबंकी बॉर्डर होगा.  प्रदेश सरकार का मानना है कि इससे लखनऊ से सटे जिलों का विकास तेजी से किया जा सकेगा. लखनऊ को SCR बनाने पर पिछले साल से ही चर्चा की जा रही थी.

उत्तर प्रदेश में एससीआर के गठन से सभी जिलों का सुनियोजित शहरीकरण व विकास किया जाएगा. सरकार के अनुसार, एससीआर से शहरों का एक समुचित ढांचा बनेगा.  बुनियादी ढांचे के लिए सलाहकार भी नियुक्त किए जाएंगे. एससीआर में शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व धार्मिक स्थलों को ध्यान में रखकर विकास किया जाता है. लखनऊ SCR में दिल्ली-नोएडा जैसी ऊंची इमारतें भी दिखेंगी.  रियल एस्टेट परियोजनाओं के साथ सड़क, पुल और फुट ओवरब्रिज आदि भी बनाए जाएंगे मेट्रो से कनेक्ट किया जा सकता है SCR को.

 

UP Monsoon Session: आज विधानसभा में रखी जाएगी विकास दूबे एनकाउंटर जांच की रिपोर्ट, बिकरू कांड में मारे गए थे 8 पुलिसवाले

 

Trending news