जब कभी पूजा- पाठ होता है तो पंडित जी पूजा सामग्री में कपूर लाने को कहते है जिसका इस्तमाल आरती के समय किया जाता है. कपूर जितना पूजा- पाठ में उपयोगी है उतना ही इसका इस्तमाल औसधि के रूप में भी किया जाता है.
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जब कभी पूजा- पाठ होता है तो पंडित जी पूजा सामग्री में कपूर लाने को कहते है जिसका इस्तमाल आरती के समय किया जाता है. कपूर जितना पूजा- पाठ में उपयोगी है उतना ही इसका इस्तमाल औसधि के रूप में भी किया जाता है. भारत में अधिकतर कपूर रासायनिक विधि से बनाया जाता है. प्राकृतिक कपूर पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में पाया जाता है. आपकों बता दें कि कपूर तीन प्रकार का होता है. ये एक खास किस्म के पेड़ो में पाए जाता है. कपूर अत्यंत ज्वलनशील होता है, साथ ही साथ इसकी महक भी काफी तेज होती है.
कपूर के प्रकार
सिनामोमम कैम्फोरा प्रजाति के पेड़ों से मिलने वाला कपूर जापानी कपूर कहलाता है।
ड्रायोबैलानॉप्स ऐरोमैटिक प्रजाति से प्राप्त कपूर को भीमसेनी कपूर कहते हैं।
कुकरौंधा प्रजातियों के पेड़ों के कपूर को पत्री कपूर कहते हैं ।
अल्जाइमरऔर डायबिटीज
शोध में इस बात का भी जिक्र है कि इस कपूर में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने की क्षमता देते हैं. फ्री रेडिकल्स के कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पैदा होता है, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने के साथ अल्जाइमर यानी भूलने की बीमारी, हार्ट और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बनता है.
घाव में सड़न पैदा होने से रोके
यह शरीर पर मौजूद हल्के-फुल्के घावों को सड़न से बचाने में फायदेमंद है. इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल प्रभाव पाए जाते हैं, उन्हें एंटीसेप्टिक प्रभाव से भरपूर माना जाता है. कपूर एंटीसेप्टिक जीवाणुओं और सूक्ष्म जीवों से बचाव करता है.
एसिडिटी से राहत
एसिडिटी से राहत चाहते हो तो कपूर का इस्तेमाल करना चाहिए. कपूर का क्षारीय गुण एसिड के असर को खत्म करने में करने में मदद करता है. इस वजह से गैस्ट्रिक की समस्या में कपूर के तेल का इस्तेमाल फायदेमंद है.
सूजन करे कम
अगर आपके मांसपेशियों में सूजन या दर्द है या सूजन आ गई है, तो कपूर को पीसकर उसका चूर्ण बना लें फिर नारियल के तेल में मिलाकर उसको लगाए. यह तरीका सूजन भी कम करता है और दर्द को कम करने में सहायक है.
सिर पर करें लेप
कपूर के फायदे से सिरदर्द से आराम मिल सकता है. सोंठ, लौंग, कपूर, अर्जुन की छाल और सफेद चंदन को समान मात्रा में लेकर पीस लें. इसे सिर पर लेप करने से सिरदर्द जल्दी ठीक हो जाता है.
आंखों के लिए वरदान
अगर आप आखों कि बीमारियों से परेशान है तो कपूर के चूर्ण को बरगद के दूध में पीसकर आंखों में काजल की तरह लगाए इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा.
फोड़े-फुंसी ठीक करे
कपूर का इस्तेमाल फोड़े-फुंसी को ठीक करने में भी किया जाता है. इसमें मौजूद एंटी-बैक्टिरीयल गुण फोड़े -फुंसियों को बढ़ने से रोकता है साथ ही उनको जल्दी ठीक करने भी सहायक होता है.
रूसी और बाल झड़ना रोके
बालों में रूसी होने और बाल झड़ने से रोकने में नारियल तेल और कपूर कारगर है. कपूर में एंटी फंगल यानी एंटी डैंड्रफ गुण पाया जाता है.