Water tax in villages: गांवों में भी लगेगा वॉटर टैक्स, पानी के कनेक्शन लेने वाले ग्रामीणों से ग्राम पंचायतें वसूलेंगी कर
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Water tax in villages: गांवों में भी लगेगा वॉटर टैक्स, पानी के कनेक्शन लेने वाले ग्रामीणों से ग्राम पंचायतें वसूलेंगी कर

Water tax in villages: जल जीवन मिशन ग्रामीण के तहत यूपी के गांवों में हर घर नल से जल योजना के अंतर्गत पानी के कनेक्शन पर वॉटर टैक्स ग्राम पंचायतें ग्रामीणों से लिए जाएंगे. ग्राम पंचायतों से इसके लिए अनुबंध करवाए जा रहे हैं.

Tax in villages

Water tax in villages: जल जीवन मिशन ग्रामीण से हर घर नल लगवाने का काम जोरोंशोरों से किया जा रहा है लेकिन वहीं दूसरी तरफ इस योजना को लेकर एक बड़ी अपडेट है. दरअसल, जल जीवन मिशन ग्रामीण के तहत हर घर नल से जल योजना के अंतर्गत दिए जा रहे पानी के कनेक्शन पर अब वॉटर टैक्स वसूला जाएगा. यह टैक्स उत्तर प्रदेश के गांवों में ग्राम पंचायतें ग्रामीणों से वसूलेंगी. ग्राम पंचायतों से इसके लिए अनुबंध भी करवाए जा रहे हैं.

जल जीवन मिशन ग्रामीण की वेबसाइट की जानकारी 
अनुबंध पर ध्यान दें तो उक्त योजना के अंतर्गत  गांव में बनी पानी की टंकी की देखरेख व पम्प संचालन के लिए ग्राम पंचायतें आपरेटर की तैनाती करेंगी जिसके मानदेय, पंप संचालन व बिजली बिल व पानी कनेक्शनों की पाइप लाइन समेत पानी की टंकी जैसा अन्य जरूरी चीजों की देखरेख व रखरखाव का टैक्स वसूली से ही ग्राम पंचायतें वहन करेंगी. दूसरी ओर जल जीवन मिशन ग्रामीण की वेबसाइट की जानकारी पर गौर करें तो हर घर नल से जल योजना से प्रदेश के गांवों में करीब एक करोड़ 60 लाख कनेक्शन जनता को उपलब्ध कराए गए. लेकिन वॉटर टैक्स वसूली की इस एस और जिम्मेदारी को उठाने के लिए ग्राम प्रधान तैयार नहीं हैं. 

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ग्राम पंचायतों का बोझ बढ़ेगा
राष्ट्रीय पंचायतीराज ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हैं ललित शर्मा जिनका सीधे तौर पर ये कहाना है कि जिन कंपनियों ने पानी की टंकी गांव में निर्मित की अच्छा होता उन्हीं को लगभग दो साल तक पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी दी जाती. उन्होंने ये भी कहा कि वॉटर टैक्स वसूलने और हर घर नल से जल योजना को संचालित करने की जिम्मेदारी पूरी तरह से ग्राम पंचायतों को देने से ग्राम पंचायतों का बोझ बढ़ेगा. इस तरह से ग्राम प्रधान विकास कार्यों पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दे पाएंगे. जानकारी दे दें कि इस योजना के तहत फिलहाल प्रदेश में कुल 43000 पानी की टंकी बना दी गई है और 187 टंकिया ग्राम पंचायतों को अब हैण्डओवर भी कर दिया गया.

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