सीएम अखिलेश का दावा, 'लोकसभा चुनाव 2014 में मायावती ने भाजपा के खाते में डलवाये थे बसपा के वोट'
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सीएम अखिलेश का दावा, 'लोकसभा चुनाव 2014 में मायावती ने भाजपा के खाते में डलवाये थे बसपा के वोट'

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती पर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के वोट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में डलवाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने इस दावे को साबित कर सकते हैं।

सीएम अखिलेश का दावा, 'लोकसभा चुनाव 2014 में मायावती ने भाजपा के खाते में डलवाये थे बसपा के वोट'

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती पर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के वोट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में डलवाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने इस दावे को साबित कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में इस सवाल पर कि जब प्रदेश में सपा की सरकार होती है तो भाजपा की सीटें बढ़ जाती हैं, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वे इसलिये बढ़ जाती हैं क्योंकि बहुजन समाज पार्टी अपना पूरा वोट भाजपा को ट्रांसफर (अंतरित) कर देती हैं। वोट बूथ पर दिखायी देता है। हम साबित करके बता देंगे कि पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा का वोट भाजपा में ट्रांसफर हुआ था।’ 

उन्होंने कहा, ‘बसपा ने पूरा वोट भाजपा में ट्रांसफर कर दिया। इसी वजह से बसपा रह गयी शून्य पर और भाजपा जीत गयी। उन्हें (मायावती) को सोचना चाहिये, विचार करना चाहिये कि प्रदेश के लिये क्या काम किया। मैं कहता हूं कि हमसे उस पार्टी (बसपा) के बारे में ज्यादा सवाल ना किया करें, क्योंकि वह विकास की दुश्मन पार्टी है।’ 

अखिलेश ने राजधानी लखनऊ में बसपा सरकार द्वारा बनवाये गये स्मारकों पर धन की बर्बादी सम्बन्धी अपनी टिप्पणी पर मायावती की तल्ख टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, ‘मैंने किसी महापुरुष के लिये कुछ नहीं कहा था, मैंने सिर्फ हाथी के बारे में कहा था। आपने तो देख ही लिया होगा कि मायावती ने जो हाथी लगवाये, वे एक इंच भी नहीं हिले।’ अखिलेश अक्सर अपने कार्यक्रमों में लखनऊ में मायावती द्वारा बनवाये गये स्मारकों को फिजूलखर्ची बताते रहे हैं। इसके जवाब में मायावती ने गत छह दिसम्बर को लखनऊ में आयोजित रैली में अखिलेश पर दलित वर्ग के महापुरुषों का अपमान करने का आरोप लगाया था। 

उन्होंने मायावती पर हमले जारी रखते हुए कहा, ‘हमारी पत्थर वाली सरकार की मालिक (मायावती) कह रही थीं, कि एक्सप्रेस-वे उनका है और मेट्रो परियोजना भी उनकी है तो उन्हें रोका किसने था कि मेट्रो ना चालू करें। वह कल को कहेंगी कि लैपटाप भी उनका है और वह स्मार्टफोन भी देने की सोच रही थीं।’ उन्होंने मायावती पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, ‘अगर वह (मायावती) स्मार्टफोन का एक भी बटन दबा दें या जानती हों उसके बारे में, तो बताएं। वह चाहती ही नहीं कि लोग आगे बढ़ें।’

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