Adi Kailash Yatra 2024: मॉनसून के चलते आदि कैलाश यात्रा को रोक दिया गया है. बरसात खत्म होने के बाद दोबारा ये यात्रा शुरू होगी. अब तक 15 दलों में 606 यात्रियों को इस बार आदि कैलाश यात्रा पर भेजा गया. जानते हैं इस फैसले के पीछे की वजह.
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Adi Kailash Yatra 2024: उत्तराखंड में मॉनसून तबाही मचाने लगा है. जगह-जगह पहाड़ दरक रहे हैं. जिससे यात्री हों या स्थानीय सभी की जान खतरे में है. ये सीजन चारधाम यात्रा का भी है, जिससे तीर्थयात्रियों की जान को जोखिम है. इस बीच आदि कैलाश यात्रा रोक दी गई है. मॉनसून में भारी बारिश के चलते कुमाऊं मंडल विकास निगम ने ये बड़ा फैसला लिया. बरसात खत्म होने के बाद फिर से इस यात्रा को शुरू किया जाएगा.
फिर कब शुरू होगी यात्रा?
कुमाऊं मंडल विकास निगम के जीएम विजयनाथ शुक्ल ने बताया कि आदि कैलाश यात्रा बारिश के बाद दोबारा शुरू की जाएगी. अभी संभावित तिथि 22 सितंबर की बताई गई है, लेकिन तात्कालिक समय के मौसम के हिसाब से ही यात्रा शुरू होगी. हालांकि यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है.
तीर्थयात्रियों से अपील
देवभूमि में मौसम खराब होने के चलते चारधाम यात्रा को टालने की अपील की गई है. मौसम विभाग की तरफ से श्रद्धालुओं से कुछ समय के लिए सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसा कहा गया है. मौसम विभाग ने राज्य में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. राज्य में अलग-अलग स्थानों में भूस्खलन की खबरें भी सामने आई हैं, जिससे कई क्षेत्रों में वाहनों आवाजाही को भी रोक दिया गया है. ऐसे में चार धाम की यात्रा के लिए जाने वालो लोगों को मौसम की भी मार झेलनी पड़ सकती है.
70 से ज्यादा रास्ते किए गए बंद
राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 70 से ज्यादा रास्तों को बंद है. मंगलवार और बुधवार को 200 से ज्यादा रास्ते प्रभावित थे, जहां गाड़ियों की आवाजाही को रोक दिया गया था. इनमें से कई रास्तों को गुरुवार को खोल दिया गया है, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी बुधवार को अचानक भूस्खलन होने की तस्वीरें सामने आई थीं. ये भूस्खलन पातालगंगा लंगसी टनल के पास ये भूस्खलन हुआ था. फिलहाल भूस्खलन होने के कारण किसी तरह का कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ जोगीधरा में लैंडस्लाइड से हजारों तीर्थ यात्रियों की गाड़ियां वहां फंस गईं.