देवस्थानम बोर्ड पर फिर गरमाई सियासत, कांग्रेस बोली- 2022 में एक्ट में होगा बदलाव या फिर कर देंगे निरस्त
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देवस्थानम बोर्ड पर फिर गरमाई सियासत, कांग्रेस बोली- 2022 में एक्ट में होगा बदलाव या फिर कर देंगे निरस्त

सतपाल महाराज ने देवस्थानम  बोर्ड पर कुछ भी कहने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि फिलहाल मामला कोर्ट में है और कोर्ट जो भी फैसला लेगा उसका स्वागत किया जाएगा.

फाइल फोटो.

देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर चारधाम देवस्थानम बोर्ड को लेकर सियासत गरमा गई है. पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल सांसद अजय भट्ट की एक्ट पर पुनिर्विचार करने और इसे स्थगित करने की नसीहत पर कांग्रेस ने तंज कसा है.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर बीजेपी सांसद की नींद बहुत देर से टूटी है. उन्होंने कहा कि एक्ट का विषय जब विधानसभा में आया था तब ही इसका बड़ा विरोध हुआ था, तीर्थपुरोहितों के साथ-साथ कांग्रेस ने भी इसका पुरजोर विरोध किया था. लेकिन सरकार ने एक्ट को राज्यपाल की मंजूरी के बाद लागू कर दिया.

प्रीतम सिंह ने दो टूक शब्दों में कहा कि 2022 में अगर कांग्रेस सरकार बनी तो तीर्थपुरोहितों से बात कर एक्ट में परिवर्तन करेंगे या फिर देवस्थानम बोर्ड को ही निरस्त कर देंगे.

अजय भट्ट के बयान से बीजेपी ने किया किनारा!
उधर, अजय भट्ट के बयान के साथ बीजेपी खड़ी नजर नहीं आ रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने देवस्थानम बोर्ड को भाजपा सरकार की उपलब्धि बताया है. उन्होंने कहा कि पूर्व में ही देवस्थानम बोर्ड को लेकर सहमति हुई होगी, लेकिन अब अजय भट्ट का इस पर प्रश्न खड़ा करना समझ से परे है. वहीं, सतपाल महाराज ने देवस्थानम  बोर्ड पर कुछ भी कहने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि फिलहाल मामला हाई कोर्ट में है और कोर्ट जो भी फैसला लेगा उसका स्वागत किया जाएगा.

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