Navratri 2024: इन 7 श्लोकों में समाया है दुर्गा सप्तशती का सार, पाठ करने माता रानी हर दुख से दिलाएंगी छुटकारा!
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Navratri 2024: इन 7 श्लोकों में समाया है दुर्गा सप्तशती का सार, पाठ करने माता रानी हर दुख से दिलाएंगी छुटकारा!

Durga saptashati path 8 shlok in hindi:  नवरात्रि में भक्त दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं. मान्यता है इससे घर में सकारत्मक ऊर्जा आती है. अगर आप दुर्गा सप्तशती का पूरा पाठ नहीं कर पाते हैं तो इन 7 श्लोक का पाठ जरूर करें. इ

Navratri 2024

Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा अर्जना की जाती है. इस साल शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक अश्विन माह में नवरात्रि होते हैं. पहले दिन मां के प्रथम स्वरूप देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है. व्रत के दौरान भक्त दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करते हैं. मान्यता है इससे घर में सकारत्मक ऊर्जा आती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. अगर आप दुर्गा सप्तशती का पूरा पाठ नहीं कर पाते हैं तो इन 7 श्लोक का पाठ जरूर करें. इसमें पाठ का सार छिपा है. 

दुर्गा सप्तशती पाठ
दुर्गा सप्तशती के संपूर्ण पाठ में कुल 13 अध्याय हैं, जिसमें कुल 700 श्लोक हैं. इनमें मां दुर्गा के तीन चरित्रों के बारे में बताया गया है. इन श्लोक में माता रानी की आराधना की जाती है. माता रानी के जो भक्त दुर्गा सप्तशती का पूरा पाठ नहीं कर पा रहे हैं तो नीचे दिए गए 7 श्लोक का पाठ कर सकते हैं. कहा जाता है कि इनका पाठ करने से पूरे पाठ जैसा फल मिलता है. 

पहला श्लोक
ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती हि सा। 
बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति।।

दूसरा श्लोक
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेष जन्तोः स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। 
दारिद्र्य दुःख भयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकार करणाय सदार्द्रचित्ता।।

तीसरा श्लोक
सर्वमङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। 
शरण्ये त्र्यंम्बके गौरि नारायणि नमोस्तु ते॥

चौथा श्लोक
शरणागत दीनार्तपरित्राण परायणे 
सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोस्तु ते॥4॥

पांचवां श्लोक
सर्वस्वरुपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते। 
भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोस्तु ते॥

छठवां श्लोक
रोगानशेषानपंहसि तुष्टारुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्। 
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता हि आश्रयतां प्रयान्ति॥

सातवां श्लोक
सर्वबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि। 
एवमेव त्वया कार्यम् अस्मद् वैरि विनाशनम्॥

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं-धार्मिक जानकारियों और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है.  यहां यह बताना जरूरी है कि ZEE UPUK किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.

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