मरने वाले तीन बच्चों में दो बहनों के साथ उनका एक भाई भी है. मृतकों में 6 साल की रुखसाना, पांच साल की परवीन और चार साल का शाहिद है.
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नई दिल्ली: सोनभद्र के राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के तेंदू गांव में माहौल तब मातम में बदल गया, जब गांव में एक झोपड़ी में आग लग जाने से तीन मासूम बच्चे जिंदा जल गए. जानकारी के मुताबिक घटना सोमवार (26 मार्च) देर रात की है. घटना के समय तीनों बच्चे सोए हुए थे. मरने वाले तीन बच्चों में दो बहनों के साथ उनका एक भाई भी है. मृतकों में 6 साल की रुखसाना, पांच साल की परवीन और चार साल का शाहिद है.
कैसे लगी आग
पुलिस के मुताबिक, नदीम अपने चार बच्चों और पत्नी के साथ रहता है. सोमवार को खाना खाकर नदीम अपनी पत्नी व छोटी बच्ची मुस्कान के साथ घर के दरवाजे पर सो गया, जबकि, तीनों बच्चे अन्दर सो गए. देर रात करीब 1 बजे झोपड़ी के अंदर से आग की लपटे उठने लगी. नींद खुलने के बाद जब तक वो कुछ कर पाते, आग तेजी से भड़क गई और पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया. आग कैसे लगी अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है.
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बच्चों को नहीं बचा सका दंपत्ति
आग झोपड़ी के अंदर लगी, जहां तीनों बच्चे सोए हुए थे. घटना के तुरंत बाद दंपत्ति की आंख खुली, लेकिन वो बच्चों को नहीं बचा सके. अपने बच्चों को अन्दर फंसा देख उन्होंने शोर मचाना शुरू किया, लेकिन जब-तक आस-पास के लोग कुछ मदद करते तब-तक झोपड़ी जल कर खाक हो चुकी थी.
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गांव में हर कोई है गमगीन
इस दर्दनाक घटना के बाद से न केवल परिजन बल्कि गांव वाले भी गमगीन है. नदीम और उसकी इस बात का अफसोस कर रहे हैं कि उन्होंने बच्चों को अकेले क्यों सोने दिया. मृतक बच्चों की मां रहना का रो-रो कर बुरा हाल है.