गोरखपुर: कोरोना महामारी से जूझ रहा व्यक्ति पहले से ही बहुत कुछ झेल रहा होता है. लेकिन उसके ठीक होने के बाद भी कई बीमारियां हैं चीजें हैं, जो उसे शांति से जीने नहीं देतीं. फेफड़ों की परेशानी के साथ ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस से भी कोरोना से स्वस्थ हुए मरीज परेशान हैं. अब एक और बात सामने आई है कि यह महामारी लोगों के पैंक्रियाज़ पर भी असर डाल रही है. दरअसल, गोरखपुर की एक 50 वर्षीय महिला में यह दर्दनाक परेशानी देखने मिली है. 


 

यूं लगा इस बीमारी का पता

पीड़ित महिला के परिजनों ने बताया है कि वह कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुई थीं, लेकिन स्वस्थ होकर घर आ गई थीं. कुछ समय बाद एक दिन अचानक उनके पेट में भयंकर दर्द उठा. उन्हें तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया और पेट दर्द- गैस का इंजेक्शन लगा. इसी के साथ महिला को फिर घर वापस भेज दिया गया. लेकिन रात भर वह दर्द में कराहती रही. यानी इंजेक्शन का कोई फायदा नहीं हुआ. दूसरे दिन डॉक्टर्स से परामर्श कर उनके टेस्ट कराए गए. अल्ट्रासाउंड में पता चला कि उन्हें एक्यूट पैंक्रियाटाइटिस बीमारी हो गई है. इसमें पैंक्रियाज़ सूज जाते हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि यह कोरोना का साइड-एफेक्ट है. 


 

ज्यादातर मामले कोरोना के बाद के

डॉक्टर्स का कहना है कि अब अस्पतालों में पैंक्रियाटाइटिस की शिकायत लेकर भी लोग आ रहे हैं. और ज्यादातर केसेस पोस्ट-कोविड के ही हैं.


 

इन वजहों से हो सकता है पैंक्रियाटाइटिस

1. शराब का ज्यादा सेवन

2. शरीर में पानी की कमी की वजह से पैंक्रियाज का सूजना

3. स्मोकिंग

4. खाने में ज्यादा फाइबर और प्रोटीन का होना

5. हेरिडिटरी बीमारी


 

क्या होते हैं पैंक्रियाज

पैंक्रियाज डाइजेशन सिस्टम का मेन ऑर्गन होता है. यह स्मॉल इंटेस्टाइन का पहला भाग होता है. खाने को सही तरीके से डाइजेस्ट करने के लिए यह हॉर्मोन और एंजाइम पैदा करता है. इसी के साथ यह बॉडी के शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है. पैंक्रियाज में थोड़ी सी भी सूजन इंसुलिन और खून में शुगर कंट्रोल पर असर डाल सकती है.


 

ऐसे करें खुद की सेफ्टी:

खाने में ब्रोकली, ग्रीन टी, एलोवेरा, सोयाबीन, लहसुन, अमरुद या तरबूज जरूर खाएं.

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