Swami Purnanand: आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम पुलिस ने 19 जून सोमवार के दिन स्वामी ज्ञानानंद को गिरफ्तार कर लिया है. स्वामी पर आरोप है कि उन्होंने अपने आश्रम की एक नाबालिग लड़की का रेप किया है.
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Andhra Pradesh: आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में ज्ञानानंद नाम से आश्रम चलाने वाले पूर्णानंद स्वामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. पूर्णानंद स्वामी को एक नाबालिग लड़की की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
क्या है पूरा मामला
पुलिस ने मंगलवार को इस घटना की जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि स्वामी पू्र्णानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की की उम्र 15 साल है. वह राजामहेंद्रवरम की रहने वाली है. नाबालिग लड़की ने बचपन में ही अपने माता- पिता को खो दिया था. प्राइमरी कक्षा 5 तक की शिक्षा पूरी होने तक रिश्तेदारों ने उसकी देख रेख की. उसके बाद उसे सेवा के लिए ज्ञानानंद आश्रम भेज दिया. यहां स्वामी पूर्णानंद ने उसे गायों की देखरेख और गौशाला का काम सौंपा था.
नाबालिग लड़की ने बताया कि एक दिन जब वो अपनी सेवा कर वापस आ रही थी तो स्वामी पूर्णानंद ने उसे बुलाया. इसके बाद वो उसे अपने कमरे में ले गए और उसका रेप किया.
जानवरों की तरह चेन से बांधने का आरोप
लड़की ने आगे बताया कि पूर्णानंद उसे चेन से बांधकर रखता था. नाबालिग लड़की ने स्वामी पूर्णानंद पर कई आरोप लगाए. नाबालिग ने बताया कि उसे पूरे दिन में सिर्फ पानी मिले दो चम्मच चावल ही खाने को मिलते थे. उसे 15 दिन में एक ही बार नहाने की इजाजत थी. इसके अलावा उसे वॉशरूम तक जाने की छूट नहीं थी. उसे सारे काम एक बाल्टी पानी से करने होते थे. इस तरह से दो साल तक स्वामी नाबालिग का शोषण करता रहा. जून 13 को नाबालिग को आश्रम से भागने का मौका मिला. आश्रम की ही एक अन्य महिला ने भागने में उसकी मदद की. नाबालिग ने तिरुमाला एक्सप्रेस पकड़ी और अपनी आपबीती एक महिला पैसेंजर को सुनाई.
आगे का पूरा मामला
महिला ने पीड़ित लड़की को कृष्णा जिले के कांकीपाडु के एक गर्ल्स होस्टल में जगह दिलाने की कोशश की. लेकिन होस्टल प्रबंधन ने पहले पुलिस का लेटर लाने की शर्त रखी. जिसके बाद पीड़ित उस महिला के साथ ही संबंधित पुलिस थाने पहुंची. इसके बाद दोनों चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पहुंची. कमेटी के सामने नाबालिग ने फिर अपनी पूरी दर्दभरी दास्तां बयां की. कमेटी ने उसे दिशा पुलिस थाना पहुंचा जहां पुलिस ने स्वामी के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.
इसके बाद पीड़ित को मेडिकल चेकअप के लिए विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल भेजा गया. इस मुद्दे पर स्वामी का आरोप है कि आश्रम की जमीन हथियाने के लिए कुछ लोगों ने उनके खिलाफ साजिश रची है. स्वामी का ये भी कहा कि खुद को निर्दोष साबित करने के लिए वो कानूनी जंग लड़ने के लिए भी तैयार है
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