बद्रीनाथ-केदारनाथ में भी लगेगा ड्रेस कोड! जानें चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के क्या क्या बैन होगा
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बद्रीनाथ-केदारनाथ में भी लगेगा ड्रेस कोड! जानें चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के क्या क्या बैन होगा

Badri Kedar Mandir Committee Chairman Statemen: मंदिरों में मर्यादित वस्त्र पहनने को लेकर हर तरफ चर्चाएं हो रही हैं. कई मंदिरों के बाहर ड्रेस कोड के बोर्ड भी लगे हुए हैं. उत्तराखंड के मंदिरों में भी इन दिनों ड्रेस कोड को लेकर चर्चा हो रही है. महानिर्वाणी अखाड़े के बयान के बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष ने भी इस विषय पर बड़ा बयान दिया है. जाने क्या कहा मंदिर समिति के अध्यक्ष ने...

 

Kedarnath (File Photo)

Badri Kedar Mandir Committee: बदरी- केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष ने महानिर्वाणी अखाड़े के बयान का साथ देते हुए कहा कि सभी को पर्यटन औऱ धार्मिक यात्रा में फर्क समझना होगा. महानिर्वाणी अखाड़े ने बयान जारी कर कहा था कि मंदिर में दर्शन के दौरान 80 प्रतिशत शरीर ढका हुआ होना चाहिए. मर्यादा में रह कर भगवान के दर्शन करें भक्त. जानें और क्या- क्या कहा अखाड़े ने और मंदिर समिति के अध्यक्ष ने? 

खबर विस्तार से
मंदिरों की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए आज कल हर कहीं बोर्ड लगे हुए हैं कि मंदिर में कम कपड़े पहनकर ना आएं. उत्तराखंड के मंदिरों में भी ड्रेस कोड को लेकर मामला गरमाया हुआ है. उत्तराखंड के तमाम मंदिर समितियां मंदिर में आने के लिए ड्रेस कोड लागू कर चुकी हैं. इसी कड़ी में श्री बदरी- केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भी बड़ी बात कह दी है. उनका कहना है कि हर धार्मिक स्थल की अपनी मर्यादा होती है. ऐसे में भक्तों को मंदिर में मर्यादित वस्त्र पहनकर ही आना चाहिए. अध्यक्ष के इस बयान के हर कोई यही कयास लगा रहा है कि उत्तराखंड के चारों धामों में ड्रेस कोड लागू हो सकता है. 

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अध्यक्ष का बयान
देश के लिए मंदिरों में मर्यादित वस्त्र पहनकर आने का नियम लागू किया गया है. इसी बीच बदरी- केदाक समिति के अध्यक्ष का यह बयान सामने आया है. मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अयज का कहना है कि  किसी भी धार्मिक स्थल, मठ और मंदिर की अपनी गरीमा होती है. इस जगहों की अपनी परंपरा और मर्यादा होती है. सभी यात्रियों को इस मर्यादा का पालन करना चाहिए. मर्यादित वस्त्र पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें. जब भी कोई अमर्यादित वस्त्र पहनकर आता है तो वह बाकि अन्य को भी असहज करता है. और उनकी शांति भंग करता है.  

अध्यक्ष के बाद क्या? 
मंदिर समिति के अध्यक्ष के इस बयान के बाद हर कोई कयास लगा रहा है कि बहुत जल्द उत्तराखंड के बड़े धामों में ड्रेस कोड लागू हो सकता है. वहीं बात केदारनाथ की करें तो यहां आए दिन कपड़ों को लेकर बवाल मचा रहाता है.  मंदिर समिति के जवाब का इंतजार कई भक्त कर रहे हैं. यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि मंदिर समिति इस पर क्या निर्णय लेती है. 

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