होटेल में ठहराना हो या परिवार के साथ बैठकर शानदार ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का लुत्फ उठाना. शॉपिंग करनी हो या हेल्थ सर्विस की जरूरत पड़े, गोरखपुर जंक्शन पर ही ये सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
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गोरखपुर: दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म (1366.33 मीटर) वाला रेलवे स्टेशन होने का गौरव हासिल करने वाला गोरखपुर जंक्शन भविष्य में विकास की नई बुलंदियों को छूने जा रहा है. गोरखपुर न सिर्फ नॉर्थ इस्टर्न रेलवे का मुख्यालय भी है. इसी के अनुरूप अब गोरखपुर जंक्शन की भव्यता को निखारने का प्लान रेलवे ने बनाया है. गुजरात के गांधी नगर, भोपाल के हबीबगंज और बेंगलुरु के सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या रेलवे स्टेशनों की तर्ज पर गोरखपुर रेलवे स्टेशन का भी आधुनिकरण होगा.
सभी आवश्यकताएं स्टेशन परिसर में ही होंगी पूरी
यहां पहुंचने वाले यात्रियों की सभी आवश्यकताएं परिसर में ही पूरी हो जाएं ऐसी व्यवस्था होगी. होटेल में ठहराना हो या परिवार के साथ बैठकर शानदार ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का लुत्फ उठाना. शॉपिंग करनी हो या हेल्थ सर्विस की जरूरत पड़े, गोरखपुर जंक्शन पर ही ये सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. रेल मंत्रालय की पहल पर रेल भूमि विकास प्राधिकरण (Rail Land Development Authority) ने पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी है.
पीपीपी मॉडल पर होगा GKP स्टेशन का पुनर्विकास
आरएलडीए ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी मॉडल) मॉडल के आधार पर स्टेशन के समग्र विकास की योजना पर कार्य शुरू कर दिया है. रेलवे प्रशासन के सहयोग से आरएलडीए स्टेशन परिसर, खाली भूमि, स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या की समीक्षा करेगा. इसके बाद विकास का खाका तैयार होगा. पीपीपी मॉडल से तैयार गोरखपुर रेलवे स्टेशन न सिर्फ विश्वस्तरीय दिखेगा बल्कि सुविधाएं भी उच्चस्तरीय होंगी. स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट गोरखपुर की धार्मिकता, आध्यात्मिकता का अहसास कराएंगे.
रेलवे स्टेशन का मुख्य द्वार छोड़ेगा पूर्वांचल की छाप
रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार का निर्माण ऐसा होगा कि प्रवेश करते ही पूर्वांचल की छाप आपके दिलो दिमाग पर पड़ जाएगी. स्टेशन परिसर में ही आधुनिक होटेल, शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट और एंटरटेनमेंट की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इतना ही नहीं, स्टेशन परिसर में ही अस्पताल की व्यवस्था होगी. यात्रियों को महसूस ही नहीं होगा कि वे रेलवे स्टेशन पर हैं. वेटिंग हॉल में बैठकर ट्रेनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. यात्री मनोरंजन और खरीदारी के बाद निर्धारित समय पर अपनी ट्रेन भी पकड़ लेंगे. आरएलडीए के चेयरमैन वेद प्रकाश डुडेजा के मुताबिक जल्द ही इस संबंध में रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन (आरएफक्यू) जारी किया जाएगा.
गोरखपुर में रेलवे की जमीन पर भी विकास कार्य
आरएलडीए ने गोरखपुर शहर के विकास की भी तैयारी शुरू कर दी है. रामगढ़ताल कॉलनी, असुरन चौराहा और दुर्गाबाड़ी आरपीएफ बैरक तथा धर्मशाला बाजार स्थित भूमि का भी कमर्शियल उपयोग होगा. इन स्थलों पर मॉल व अपार्टमेंट बनाए जाएंगे. इसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है. पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने इस संबंध में बताया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की जिम्मेदारी रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण को दिया गया है. इसके अंतर्गत स्टेशन परिसर में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, होटेल, रेस्टोरेंट हॉस्पिटल, एंटरटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे.
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