कानपुर में आज से शुरू हुआ Nasal Vaccination ट्रायल, गेम चेंजर साबित हो सकता है यह टीका
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कानपुर में आज से शुरू हुआ Nasal Vaccination ट्रायल, गेम चेंजर साबित हो सकता है यह टीका

दुनियाभर के साइंटिस्ट्स का यह मत है कि यह वैक्सीन बॉडी में स्ट्रेंग्थ के साथ रिस्पॉन्स भी बढ़ाएगी. ऐसे में ट्रायल सक्सेस होने के बाद भारत बायोटेक साल 2021 खत्म होते-होते 10 करोड़ नेजल वैक्सीन का मैन्यूफैक्चर कर सकती है. माना जा रहा है कि मेडिकल फील्ड में यह वैक्सीन गेम चेंजर भी साबित हो सकती है...

कानपुर में आज से शुरू हुआ Nasal Vaccination ट्रायल, गेम चेंजर साबित हो सकता है यह टीका

श्याम तिवारी/कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आज से नेजल वैक्सीनेशन का ट्रायल शुरू होने जा रहा है. नेजर टीकाकरण यानी नाक से  वैक्सीनेशन लेना. इसकी अनुमति आईसीएमआर ने दे दी है. बताया जा रहा है कि यह ट्रायल 30 वॉलंटियर्स पर होगा. इनका चयन पहले ही हो चुका है. इस दौरान वॉलंटियर की नाक में 8 बूंदें डाली जाएंगी और रिजल्ट नोटिस किया जाएगा. बता दें, इसका पहला ट्रायल दिल्ली में पूरा हो चुका है. 

इसके अलावा, जानकारी मिली है कि प्रखर अस्पताल में वयस्कों और बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल हो चुका है. 15 दिन पहले ही वॉलंटियर्स का रजिस्ट्रेशन और सभी जरूरी टेस्ट करा लिए गए हैं. बताया जा रहा है कि दो-दो ड्रॉप डालने के बाद वॉलंटियर्स को वहीं पर लिटाया जाएगा. फिर 5 मिनट बाद फिर से दो-दो ड्रॉप डाली जाएंगी. आधे घंटे तक वहीं लेटने के बाद, वॉलंटियर्स को उठाया जाएगा. यह नेजल वैक्सीन भी 2 डोज में लगेंगी और दोनों के बीच का गैप 28 दिन होगा. 

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इन दिनों पर कलेक्ट किए जाएंगे सैंपल्स
जानकारी के मुताबिक, वॉलंटियर्स का एंटीबॉडी टाइटर टेस्ट किया जाएगा. यह दो तरह से किया जा सकता है. एक 5ml ब्लड सैंपल के साथ और दूसरा सलाइवा सैंपल के साथ. दोनों सैंपल पहले दिन, 28वें दिन, फिर 56, 90 और 180वें दिन पर देने होंगे. वैक्सीन लगने के बाद, वॉलंटियर्स में कितनी एंटीबॉडी बनी, इसका पता लगाया जाएगा.

किन वॉलंटियर्स को चुना जाना है
बता दें, ट्रायल में जिन वॉलंटियर्स को चुना गया है, उनमें वह लोग शामिल हैं जो कोरोनाग्रस्त हो चुके हैं, लेकिन वैक्सीन नहीं लगी है. इसके अलावा, वह लोग भी शामिल हैं, जिन्हें कोरोना संक्रमण नहीं हुआ. 

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भारत बायोटेक बनाएगी वैक्सीन
दुनियाभर के साइंटिस्ट्स का यह मत है कि यह वैक्सीन बॉडी में स्ट्रेंग्थ के साथ रिस्पॉन्स भी बढ़ाएगी. ऐसे में ट्रायल सक्सेस होने के बाद भारत बायोटेक साल 2021 खत्म होते-होते 10 करोड़ नेजल वैक्सीन का मैन्यूफैक्चर कर सकती है. माना जा रहा है कि मेडिकल फील्ड में यह वैक्सीन गेम चेंजर भी साबित हो सकती है. साइंटिस्ट यह भी कह रहे हैं कि यह टीका कोरोना के हर वेरिएंट पर एफेक्टिव हो सकता है.

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