Conversion Case : शुआट्स धर्मान्तरण केस में कई बड़े खुलासे हुए हैं. मामला सामने आया है कि 90 हिन्दुओं के सामूहिक धर्मान्तरण की तैयारी की जा रही थी. इस बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दिया है.
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प्रयागराज : शुआट्स धर्मान्तरण केस में उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया है. यूपी पुलिस ने SC में जवाब दाखिल कर हिंदुओं के सामूहिक धर्मांतरण के मामले में आरोपी प्रयागराज की शुआट्स यूनिवर्सिटी के निदेशक वी बी लाल और यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर आर बी लाल की अग्रिम जमानत अर्जी का विरोध किया है. यूपी पुलिस का कहना है कि ये दोनों हिंदू और मुस्लिम समुदाय के वंचित तबके को लालच देकर और डरा धमका कर धर्मान्तरण करने में शामिल रहे हैं.
देशों से आ चुके हैं पैसे
शुआट्स के FCRA एकाउंट में साल 2005 से लेकर अब 34, 44,54,855 रुपये विभिन्न देशों से आ चुके हैं. इनमें USA,अफगानिस्तान, जापान, लीबिया, जर्मनी, कनाड़ा, गुयाना, यूगांडा, इथोपिया, बहरीन, नीदरलैंड, फिलीपींस, रवांडा, श्रीलंका, UK, आस्ट्रेलिया, नेपाल, भूटान, नाइजीरिया जैसे देश शामिल हैं.
येशु दरबार ट्रस्ट को भेज जाता था फंड
यूपी सरकार का इस बारे में कहना है कि शुआट्स को मिले फंड को पहले येशु दरबार ट्रस्ट को भेज जाता था और फिर यह पैसा चर्च के पादरियों और ब्राड़वेल क्रिश्चियन हॉस्पिटल के स्टाफ को भेज दिया जाता था. इन पैसों का इस्तेमाल कर लोगों को प्रलोभन देने और फिर उनका धर्म परिवर्तन किए जाने का आरोप है. यूपी सरकार का कहना है कि जब वो एक शिकायत पर प्रयागराज के इवेंजेलिकल चर्च ऑफ इंडिया पहुंची तो पता चला कि वहां 90 हिन्दुओं के सामूहिक धर्मान्तरण की तैयारी चल रही थी.
चर्च ऑथिरिटी की साजिश
हालांकि, पुलिस के आने की भनक लगते ही चर्च ऑथिरिटी ने पिछले गेट से उन्हें निकाल दिया. चर्च के पादरी ने बताया कि वो और उसके सहयोगी हिंदुओं का धोखे से सामूहिक धर्मान्तरण कराने में शामिल रहे हैं. उनका नाम बदलने के लिए दस्तावेजों में फेरबदल करवाते हैं. पिछले 34 दिनों से धर्मान्तरण की प्रकिया चल रही थी, जिसमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों को बुलाया गया था. इस प्रकिया को पूरा होने में 40 दिन लगते हैं. पादरी ने ये भी बताया कि मिशनरी हॉस्पिटल का स्टाफ भी धर्मान्तरण में शामिल है. वहां आने वाले मरीजों को प्रलोभन देकर धर्मान्तरण कराया जाता है.
पर्चे में प्रलोभन
वहीं, यूपी पुलिस का कहना है कि जब उसने कोर्ट के निर्देश पर एनजीओ वर्ल्ड विजन के दफ्तर पर छापेमारी की कार्रवाई की तो वहां कुछ पर्चा मिले जिनमें ईसाई धर्म स्वीकार करने पर मिलने वाली सौगातों जा जिक्र था. वर्ल्ड विजन से मिले पर्चे में जिक्र था कि जो व्यक्ति ईसाई धर्म में तब्दील होगा उसे 35 हजार रुपये मिलेंगे. अगर कोई व्यक्ति दूसरे लोगों को ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए मना लेता है तो उसे एक्स्ट्रा बोनस भी दिया जाएगा. इसके अलावा अगर कोई ईसाई धर्म का धर्म उपदेशक बन जाता है तो उसे ₹25000 की मंथली सैलरी दी जाएगी. अगर 5 से 10 व्यक्तियों को ईसाई धर्म में तब्दील करवाया तो उसे इसका एक्स्ट्रा बोनस दिया जाएगा.
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