UP Transport Service: ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेहतर परिवहन सेवा मुहैया कराने के लिए यूपी सरकार ने दिसंबर तक प्रदेश के सभी गांवों को परिवहन सेवा से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है... परिवहन निगम और विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम वंचित गांवों का सर्वे करेगी...
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दूरदराज के जिलों और गांवों को अब बसों के लिए कई किलोमीटर टेंपो और अन्य सवारियों में धक्के नहीं खाने पड़ेंगे. सरकार ने हर गांव तक परिवहन सेवा की उपलब्धता का लक्ष्य तय किया है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दिसंबर 2023 तक प्रदेश के सभी गांवों को परिवहन सेवा से जोड़ने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए परिवहन निगम के सभी अफसरों को निर्देश दिया गया है.
परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम/विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री योगी की मंशानुसार दिसंबर 2023 तक प्रदेश के सभी गांवों को परिवहन सेवा से जोड़ा जाए. दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम से 10 अक्तूबर तक इस संबंध में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
4593 गांव परिवहन सेवा से वंचित
परिवहन सेवा के जरिए यात्रियों की सुविधाओं पर पूरा फोकस किया जा रहा है. परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) दयाशंकर सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में 4593 गांव परिवहन सेवा से वंचित हैं. इसलिए सरकार ने इन सभी गांवों को परिवहन सेवा से जोड़ने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में आबाद गांवों की संख्या 100983 है, ग्राम सभाओं की संख्या 59163 है. इनमें से 4593 गांव सार्वजनिक परिवहन सुविधा से बचे हुए हैं. मुख्यमंत्री ने इन गांवों को दिसम्बर 2023 तक परिवहन की सुविधा दिए जाने के निर्देश दिए हैं.
सर्वे का काम एक सप्ताह में पूरा
परिवहन मंत्री ने बताया कि परिवहन सेवा से वंचित गांवों का पहले सर्वे कराया जाएगा. परिवहन निगम और विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम गांवों का सर्वे करेगी. प्रमुख सचिव परिवहन के मुताबिक सर्वे का काम एक हफ्ते में पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए हर जिले के लिए न्यूनतम 2 दल बनाये गए हैं. इसकी रिपोर्ट 10 अक्टूबर तक मुख्यालय आ जाएगी. ज्यादा दूरी हुई तो गांवों के लिए अलग से बस सेवा चलाई जाएगी. बस सेवा के संचालन से संबंधित तहसील और जिला मुख्यालय को संबद्ध किया जाना जरूरी होगा.
परिवहन राज्य मंत्री ने निर्देश दिए गए हैं कि किस मार्ग पर कितनी सीट वाली बस का संचालन हो इसका भी ध्यान रखना है. परिवहन मंत्री ने कहा कि इसका भी सर्वे में ध्यान रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि गांवों में बैलगाड़ी, ट्रैक्टर-ट्राली आदि के विपरीत दिशा से आने अथवा ओवरटेकिंग करने की स्थिति का पूरा ध्यान लिया जाएगा जिससे बस का संचालन सुगमता से हो सके.
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