CM Yogi Adityanath Contact No: सीएम योगी से शिकातय करने के लिए कई माध्यम है. आप सोशल मीडिया के अलावा जनता दरबार में भी पहुंच सकते हैं. इसके अलावा सीधे उनके मोबाइल फोन नंबर पर भी शिकायत कर सकते हैं.
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CM Yogi Adityanath Mobile No: यूपी में दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की कमान संभाले हैं. यूपी में कानून व्यवस्था और योगी मॉडल की हर तरफ तारीफ होती है. अन्य राज्य भी योगी मॉडल को अपने प्रदेश में लागू कर रहे हैं. चाहे वह बुलडोजर की कार्रवाई हो या एनकाउंटर. आमजन भी अपनी शिकायत लेकर सीधे योगी से मिल सकता है. आपभी सीएम योगी आदित्यनाथ से आसानी से मिल सकते हैं और अपनी समस्याएं पहुंचा सकते हैं.
सीएम योगी से ऐसे करें शिकायत
सीएम योगी आदित्यनाथ से कोई भी व्यक्ति व्हाट्सऐप, सीएम हेल्पलाइन नंबर और सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात पहुंचा सकता है. सीएम योगी का व्हाट्सएप नंबर, मोबाइल फोन नंबर, सीएम हेल्पलाइन, ट्विटर आईडी सोशल मीडिया पर साझा है. ताकि आम नागरिक सीधे सरकार से जुड़ सकें. जानकारी के मुताबिक, आप अपनी राय, सुझाव और शिकायतें सीधे मुख्यमंत्री को भेज सकते हैं. उनका मोबाइल नंबर 9454404444 है.
सीएम योगी से ऐसे मिल सकते हैं
सीएम योगी ने यूपी सीएम हेल्पलाइन नंबर 1076 भी जारी कर रखा है. इसके अलावा Official Website yogiadityanath.in पर भी जुड़ सकते हैं. 'सीएम योगी आदित्यनाथ संपर्क' ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. यह ऐप Google Play पर उपलब्ध है. इस ऐप के ज़रिए मुख्यमंत्री के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है और शिकायत, फीडबैक और सुझाव शेयर किए जा सकते हैं. सीएम योगी ने कहा है कि शिकायत दर्ज होने के 3-4 दिनों के अंदर कार्रवाई की जाएगी. शिकायतकर्ता का निवारण नहीं होने पर, संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सीएम योगी आदित्यनाथ के बारे में
सीएम योगी आदित्यनाथ का पूर्व नाम “अजीत सिंह बिष्ट” है. देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी जिले की रहने वाले हैं. योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को हुआ था. उनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट था. योगी आदित्यनाथ के पिता का निधन हो गया है. उनकी माता का नाम सावित्री है. 1993 में एसएससी की पढ़ाई करने के बाद सीएम योगी गोरखनाथ पर रिसर्च करने का फैसला किया. गोरखनाथ के प्रवास के दौरान उनकी मुलाकात गोरखनाथ मंदिर के महंत श्री वैद्यनाथ जी से हुई. श्री वेद नाथ योगी आदित्यनाथ के निवासी के रूप में गांव में रहते थे. आदित्यनाथ ने अपने विंग के तहत दीक्षा ली और 1994 में संन्यास ले लिया.