यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहक्षेत्र गोरखपुर में फरवरी के तीसरे हफ्ते से सुनहरी शकरकंद महोत्सव का प्लान किया जा रहा है. तीन दिन तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव में योजना की पृष्ठभूमि तैयार की जा सकती है.
Trending Photos
गोरखपुर: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती (25 दिसंबर 2020) पर पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कृषि भाइयों से संवाद किया था. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में हो रही सुनहरी शकरकंद (Golden Sweet Potato) की खेती की तारीफ की थी. तबसे ही सुनहरी शकरकंद सुर्खियों में आ गई और उसके पोषक तत्वों की चर्चा होने लगी. अब प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) विचार कर रही है कि इसे मिड डे मील में शामिल किया जाए. इसके लिए योजना बनाने की बात चल रही है. अगर ये योजना सफलता पूर्वक स्कूलों में लागू हो जाती है, तो बच्चों को शरीर और दिमाग से तंदरुस्त रहने में मदद मिलेगी. साथ ही किसानों के लिए भी यह बड़ी उपलब्धि होगी.
ये भी पढ़ें: अब UP के आदिवासी बच्चों को मिलेगा शिक्षा का नया आयाम, 4 जिलों में जल्द खुलेंगे एकलव्य स्कूल
जल्द तैयार होगी इस योजना की पृष्ठभूमि
यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के गृहक्षेत्र (CM City) गोरखपुर में फरवरी के तीसरे हफ्ते से सुनहरी शकरकंद महोत्सव का प्लान किया जा रहा है. तीन दिन तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव में इस योजना की पृष्ठभूमि तैयार होगी. सुनहरी शकरकंद के पौष्टिक गुणों को देखते हुए आंगनबाड़ी के हॉट कुक्ड योजना (Hot Cooked Scheme)और परिषदीय स्कूलों के मिड डे मील योजना (Mid Day Meal)में इसे शामिल करने का प्रस्ताव भी शासन को सौंपा जाएगा.
स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल की तर्ज पर होगा ये महोत्सव
गौरतलब है कि केंद्र और राज्य सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है. इसके तहत सीएम योगी ने झांसी में स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल (Strawberry festival) की तर्ज पर गोरखपुर में तीन दिन का सुनहरी शकरकंद महोत्सव (Golden Sweet Potato Festival) का आयोजन किया है. महोत्सव का आयोजन 19 फरवरी से 21 फरवरी तक आयोजित होने की संभावना है. हालांकि, सीएम योगी की उपलब्धता के अनुसार ही इसकी डेट फाइनल की जाएगी. संभावना ये भी है कि महोत्सव का आयोजन गोरखपुर के होटल रैडिसन में किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: Budget 2021: क्या सस्ता, क्या हुआ महंगा? सारी डिटेल मिलेगी यहां...
किसानों को प्ररित करने के लिए विशेषज्ञ भी रखेंगे बात
महोत्सव में किसानों को सुनहरी शकरकंद की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. इसके लिए विशेषज्ञों के साथ इसकी खेती करने वाले किसान भी अपनी बात रखेंगे और इसके पोषक तत्व, खेती के उन्नत तरीके और बाजार में बनने वाले व्यंजनों के बारे में लोगों को जानकारी देंगे, ताकि लोगों में इसकी मांग बढ़े और किसान शकरकंद उगाने के लिए प्रेरित हों.
ये भी पढ़ें: Budget 2021 की ये 21 बड़ी बातें, जिन्हें जानना आपके लिए है बेहद जरूरी
क्या होती है सुनहरी शकरकंद
आम शकरंकद और सुनहरी शकरकंद में फर्क यह है कि इसका गूदा सुनहरे रंग का होता है. ऐसा इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन की भारी मात्रा की वजह से होता है. मूल रूप से यह केन्या में ही मिलती है. 100 ग्राम सुनहरी शकरकंद में बीटा कैरोटिन की मात्रा लगभग 20% (यानी 20 ग्राम) होती है. ऐसे में, इसे खाने से हफ्ते भर का विटामिनःए बॉडी को मिल जाता है. इसके अलावा, सुनहरी शकरकंद का एक ये बड़ा फायदा भी है कि इसमें मिलने वाला एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर जैसी भयंकर बीमारी को रोकने के लिए भी कारगर साबित होता है.
WATCH LIVE TV