लखीमपुर खीरी की एसपी पूनम को फर्जी मंत्री और उनके पीआरओ बनकर कॉल करने वाले दो शख्स सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं.
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दिलीप मिश्र/लखीमपुर खीरी: हेलो....मैं मंत्री जी का पीआरओ बोल रहा हूं. लीजिए. अब मंत्री जी आप से बात करेंगे. लखीमपुर खीरी में एसपी को फर्जी कॉल करके बस संचालन पर रौब जमाने की कोशिश दो आरोपियों को भारी पड़ गई. एसपी को बातचीत के लहजे में शक हो गया. इसके बाद एसपी ने मंत्रालय को फोन कर जानकारी ली तो, पता चला कि मंत्री ने कोई कॉल नहीं की. इस पर तत्काल मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई. फर्जी पीआरओ और फर्जी मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है.
दरअसल, लखीमपुर खीरी की एसपी पूनम को फर्जी मंत्री और उनके पीआरओ बनकर कॉल करने वाले दो शख्स सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों में गौरव शाक्य और राजबीर सिंह दोनों मथुरा जिले के निवासी बताये जा रहे हैं. 3 नवंबर को पुलिस अधीक्षिका पूनम के सीयूजी नंबर पर बस व्यवसाय में लगे गौरव शाक्य ने मंत्री का पीआरओ बनकर फोन किया था. उसने फोन पर मंत्री जी से बात करने को कहकर फ़ोन राजबीर सिंह को दे दिया. राजबीर ने एसपी पर रौब जमाते हुए मथुरा से पलिया गौरीफंटा तक जाने वाली निजी बस के संबंध में बात करते हुए कहा कि कुछ स्थानीय बस मालिक उनकी बसों पर बैठने वाली सवारियों को परेशान करते हैं.
बातचीत समाप्त होने के बाद जब एसपी को उनके लहजे को लेकर शक हुआ तो, उन्होंने मंत्रालय में फोन करके जानकारी की. तब उन्हें काल फर्जी होने की जानकारी मिली. मामले में पुलिस अधीक्षिका ने कार्रवाई करते हुए सदर कोतवाली में मामला दर्ज कराते हुए जांच क्राइम ब्रांच को सौप दी. क्राइम ब्रांच ने जांच के दायरे में आए गौरव शाक्य और राजबीर सिंह को दबोच लिया. उनके पास से फर्जी कॉल में प्रयुक्त मोबाइल सिम कार्ड बरामद कर उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया गया है. साथ ही राजबीर सिंह की बसों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही इनके मोबाइल से अन्य अधिकारी को की गई कॉल की जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं.