पुलिस के अनुसार, खुर्शीद आलम उर्फ दीपक वर्मा अयोध्या के बाबू बाजार का रहने वाला था और वह पहले से शादीशुदा भी था.
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मनमीत गुप्ता/अयोध्या: यूपी के अयोध्या में सोशल मीडिया के जरिये एक गैर समुदाय के युवक पर धोखाधड़ी कर हिंदू युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाने और उसका यौन शोषण करने का मामला सामने आया है. पीड़िता का आरोप है कि सोशल मीडिया पर अयोध्या के रहने वाले खुर्शीद आलम की उससे जान पहचान हुई. खुर्शीद ने अपना नाम दीपक वर्मा बताया था. इसके बाद प्रेम परवान चढ़ा. इस दौरान आरोपी ने उसका यौन शोषण किया. वहीं, पुलिस ने इस मामले को दर्ज करने के साथ ही आरोपी युवक को जेल भेज दिया है.
पीड़िता ने कहना है कि बीते 22 सितंबर को वह खुर्शीद आलम उर्फ दीपक वर्मा से मिलने अयोध्या आई थी. यहां उसने एक गेस्ट हाउस में ले जाकर रोका और दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने. पीड़िता ने कहा कि शादी का झांसा देने के बाद उक्त युवक ने पीड़िता को लखनऊ के ठाकुरगंज में एक कमरा किराये पर दिलाया. इस दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई और उसने युवक से शादी करने की बात कही. इस पर युवक पीड़िता को छोड़कर फरार हो गया. जिसके बाद अयोध्या पहुंची युवती ने तफ्तीश की तो, उसको पता चला कि दीपक वर्मा का असली नाम खुर्शीद आलम है. उसने नाम बदलकर युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया और उसका यौन शोषण किया.
पुलिस के अनुसार, खुर्शीद आलम उर्फ दीपक वर्मा अयोध्या के बाबू बाजार का रहने वाला था और वह पहले से शादीशुदा भी था. युवती की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 376 सहित अन्य संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. अयोध्या क्षेत्राधिकारी अमर सिंह ने कहा कि विगत एक सप्ताह पूर्व युवती ने एक गैर समुदाय के युवक पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. जिसमें 376 सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है और विवेचना अधिकारी द्वारा विवेचना की जा रही है.
वहीं, हनुमानगढ़ी के संत राजू दास ने इस पूरे प्रकरण को लव जिहाद बताते हुए मुस्लिम धर्म गुरुओं पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मस्जिदों में इस तरीके की शिक्षा दी जा रही है. राजू दास ने सभी हिंदू बहनों से आग्रह किया है कि समझदारी से काम लें, जिससे उनका इस तरीके से शोषण ना किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन से भी आग्रह किया कि इस तरीके के सभी मामलों पर सख्त कार्रवाई हो, जिससे ऐसे मामलों पर रोक लग सके.