21 तरह के दिव्यांगों को दी जाएंगी बोर्ड परीक्षा में सुविधाएं, जानें कटेगरी
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21 तरह के दिव्यांगों को दी जाएंगी बोर्ड परीक्षा में सुविधाएं, जानें कटेगरी

यूपी बोर्ड 2023 सत्र की परीक्षाओं की तैयारी तेज कर दी गई है. इस बार उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) वर्ष 2023 की परीक्षा में तीन नहीं  बल्कि 21 तरह के दिव्यांगों को सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. परीक्षा में दिव्यांगों को लेखक के साथ कई तरह की अतिरिक्त सुविधाएं दी जाएगी.

21 तरह के दिव्यांगों को दी जाएंगी बोर्ड परीक्षा में सुविधाएं, जानें कटेगरी

लखनऊ: यूपी बोर्ड 2023 सत्र की परीक्षाओं की तैयारी तेज कर दी गई है. इस बार उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) वर्ष 2023 की परीक्षा में तीन नहीं  बल्कि 21 तरह के दिव्यांगों को सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. परीक्षा में दिव्यांगों को लेखक के साथ कई तरह की अतिरिक्त सुविधाएं दी जाएगी. इससे दिव्यांग आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ेंगे.

दिव्यांगों की श्रेणियां

1.दिव्यांगों की श्रेणी
2.दृष्टिबाधित
3.कम दृष्टि
4.कुष्ठ रोग से ठीक हुए बच्चे
5.श्रवण दोष
6.लोको मोटर (एक जगह से दूसरी जगह जाने में कठिनाई)
7.बौनापन
8.बौद्धिक अक्षमता
9.मानसिक बीमारी या विकार
10.आत्म केंद्रित स्पेक्ट्रम विकार यानी न्यूरोलॉजिकल
11.सेरेब्रल पाल्सी
12.मस्कुलर डिस्ट्राफी (मांसपेशियों में खिंचाव)
13.पुरानी न्यूरोलॉजिकल स्थितियां
14.विशिष्ट सीखने की क्षमता
15.भाषण और भाषा विकलंगता
16.थैलेसीमिया (रक्त विकार)
17.हीमोफीलिया
18.सिकिल सेल रोग (रक्त विकारों का समूह)
19.बधिर सहित बहुदिव्यांगता
20.एसिड अटैक विकलंगता
21.पर्किंसन रोग

साल 2023 की हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट परीक्षा के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में सभी संस्थागत एवं व्यक्तिगत बालिकाओं को यदि उनका स्कूल / अग्रसारण केन्द्र एग्जाम सेंटर बनाया गया है तो उन्हें अपने ही स्कूल में एग्जाम देने की सुविधा मिलेगी. शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं एवं दिव्यांग परीक्षार्थियों को जहां स्वकेन्द्र, स्थानीय केन्द्र की सुविधा न दी जा सके,वहां उन्हें यथा सम्भव पांच किमी के दायरे के एग्जाम सेंटर पर परीक्षा देने की सुविधा दी जाएगी.

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यही सुविधा 40 प्रतिशत स्थाई दिव्यांगता वाले परीक्षार्थियों को भी मिलेगी. उन्हें सीएमओ की ओर से जारी सर्टिफिकेट देना होगा. इसके अलावा 40 फीसदी स्थायी दिव्यांगता वाले छात्र, छात्राओं को भी अगर उनका एग्जाम सेंटर होगा तो परीक्षण के बाद सेल्फ सेंटर परीक्षा की अनुमति मिलेगा.

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