चाइल्ड ट्रैफिकिंग की आशंका: नाबालिग लड़कियों को सूरत के मदरसे में पढ़ाई के बहाने लेकर जा रहे थे ये सौदागर, ऐसे किया गया रेस्क्यू
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चाइल्ड ट्रैफिकिंग की आशंका: नाबालिग लड़कियों को सूरत के मदरसे में पढ़ाई के बहाने लेकर जा रहे थे ये सौदागर, ऐसे किया गया रेस्क्यू

मजबूरी क्या कुछ नहीं करा देती पर कभी-कभी कई मासूम इसका शिकार होती हैं और उनको पता भी नहीं चलता,  कुछ बच जाती हैं तो कुछ जीवन भर इस नर्क में फंसी रहती हैं... यह सभी लड़कियां काफी गरीब परिवार से हैं, इसलिए इनके परिजन इनको पढ़ा-लिखा नहीं पा रहे थे इसलिए वह इन सभी ...पढ़ें ये हैरान कर देने वाली खबर

चाइल्ड ट्रैफिकिंग की आशंका: नाबालिग लड़कियों को सूरत के मदरसे में पढ़ाई के बहाने लेकर जा रहे थे ये सौदागर, ऐसे किया गया रेस्क्यू

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के रेलवे स्टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया, जब यहां ट्रेन से छह लड़कियों को संदिग्ध परिस्थितियों में जीआरपी ने रेस्क्यू किया गया. इसी ट्रेन पर एक दूसरे यात्री और जब शक हुआ तो उसने इन लड़कियों की जानकारी चाइल्डलाइन को दी. जिसके बाद जीआरपी की मदद से सभी लड़कियों का बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर रेस्क्यू किया गया. फिलहाल Zee की टीम इस पूरे मामले की जांच में जुटी है और लड़कियों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है.

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जानिए पूरा मामला
बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर अवध एक्सप्रेस से यात्रा कर रही 6 लड़कियों को मानव तस्करी की आशंका के चलते उतार लिया गया. इनमें सभी लड़कियां नाबालिग हैं. इन सभी को दो व्यक्ति बिहार से सूरत लेकर जा रहे थे. वहीं ट्रेन से सफर कर रहे एक यात्री ने इन लड़कियों को 2 लोगों के द्वारा संदिग्ध परिस्थितियों में ले जाने की जानकारी चाइल्ड लाइन को दी. जिसके बाद चाइल्डलाइन ने जीआरपी बाराबंकी से संपर्क करके इन सभी लड़कियों का रेस्क्यू करवाया.

लड़कियों को रेस्क्यू कर चाइल्ड लाइन को सौंपा गया
वहीं जीआरपी ने इन सभी लड़कियों को रेस्क्यू करके चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है. जीआरपी ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है, जो इन लड़कियों को लेकर जा रहे थे. गिरफ्तार लोगों के मुताबिक वह इन लड़कियों को सूरत के एक मदरसे में पढ़ाई के लिए लेकर जा रहे थे.  यह सभी लड़कियां काफी गरीब परिवार से हैं, इसलिए इनके परिजन इनको पढ़ा-लिखा नहीं पा रहे थे इसलिए वह इन सभी लड़कियों को लेकर जा रहे थे. गिरफ्तार दो लोगों में से एक ने बताया कि इन तीन लड़कियों में से एक लड़की उनकी भी है. आपको बता दें कि अवध एक्सप्रेस से यात्रा कर रही रेस्क्यू की गई सभी छह नाबालिगों की उम्र 6 वर्ष से 10 वर्ष के बीच है.

संदिग्ध परिस्थितियों में ले जाई जा रहीं थी लड़कियां-डायरेक्टर रमेश और जीआरपी इंस्पेक्टर
वहीं चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर रमेश और जीआरपी के इंस्पेक्टर अनूप वर्मा ने बताया कि सभी लड़कियों को संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन से उतारा गया है. उन्हें ट्रेन के एक यात्री ने जानकारी दी थी कि कुछ लड़कियों को दो लोग संदिग्ध परिस्थितियों में लेकर कहीं जा रहे हैं. इस जानकारी पर उन्होंने शिनाख्त की और सभी लड़कियों को सकुशल बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर उतार दिया गया. इन लड़कियों को सरताज और मोहम्मद अकबर नाम के शख्स लेकर जा रहे थे. दोनों से पूछताछ की जा रही है, जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.

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