Mayawat on UCC: लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल अपने नफे और नुकसान को देखते हुए सियासी गोलबंदी करने में जुट गए हैं. इसी कड़ी में बीएसपी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन कर भविष्य की राजनीति के संकेत दे दिए हैं.
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Uniform Civil Code: 2024 के चुनाव से पहले सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. इस बीच बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावतीने समान नागरिक संहिता के समर्थन में आगे आकर विपक्ष की गोलबंदी को करारा झटका दिया है. मायावती ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि ''यूसीसी लागू होने से देश मजबूत होगा और भारतीय एकजुट होंगे. इससे लोगों में भाईचारे की भावना भी विकसित होगी.'' साथ में मायावती ने ये भी कह दिया कि ''यूसीसी को जबरदस्ती लागू करना ठीक नहीं है, इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से दिक्कतें पैदा होंगी. सरकार को फिलहाल महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए.'' उन्होंने यह भी कहा कि देश में कई धर्मों को मानने वाले लोग हैं, हर धर्म का अपना तौर- तरीका है.
उधर बीएसपी प्रमुख के इस बयान पर बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसका स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि ''प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बने सभी कानून में सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के आधार सूत्र तथा मूल मंत्र पर बनाए गए हैं.''
आप भी कर चुकी है समर्थन
यूसीसी पर सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने अपना समर्थन जाहिर किया था. पीएम मोदी ने भोपाल में भाजपा के अपना बूथ-सबसे मजबूत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस पर चर्चा शुरू की थी. इसी कड़ी में रविवार को ही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का समर्थन किया है.राजभर ने कह चुके हैं कि यदि गोवा में यूसीसी लागू है तो अन्य राज्यों में क्यों लागू नहीं हो सकता है?
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