Azamgarh News: सीएम योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ जिले को 143 करोड़ रुपये से अधिक की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर सौगात दी. इस दौरान उन्होंने विकास में पिछड़ने को लेकर पूर्व की सरकारों पर निशाना भी साधा. जानिए सीएम योगी के संबोधन के दौरान कही बड़ी बातें...
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वेदेन्द्र प्रताप शर्मा/आजमगढ़: आजमगढ़ दौरे पर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले को 143 करोड़ रुपये से अधिक की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर सौगात दी. इस मौके पर उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों में आजमगढ़ की उपेक्षा के मुद्दे को जोरशोर से उठाया. सांसद चुनने के लिए आजमगढ़ के लोगों का धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा कि एक समय था कि जब आजमगढ़ के नौजवानों को बाहर रोटी-रोजगार के लिए जाते थे तो उन्हें होटल तक नहीं मिलता था. लेकिन आज यहां के लोगों ने यह धारणा बदल दी है. ये जिला राजनीति की संकीर्ण मानसिकता के चलते पिछड़ा रहा. पिछले 5 साल के दौरान 5 लाख नौकरियां दी, नौजवानों को योग्यता अनुसार नौकरी दी जा रही हैं. 1 करोड़ 61 लाख नौजवानों को रोजगार देने के कार्य हुए, 60 लाख से अधिक स्वतः रोजगार के लिए युवाओं को सहायता दिलवाई गई.
योगी आदित्यनाथ ने संबोधन में कहा कि आजमगढ़ के लालगंज में लोकसभा की सीट हारने के बाद भी जनपद में विकास को लेकर कभी उपेक्षा नहीं की गई. जिले के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बना. आजमगढ़ में डबल इंजन की सरकार ने विश्वविद्यालय की स्थापना की जो महाराजा सुहेलदेव के नाम से है. यह धरती बड़े-बड़े साहित्यकारों की धरती रही है. देश और प्रदेश के बड़े बड़े साहित्यकार हुए हैं. ऐसे में ही रागेय राघव के नाम पर उनकी रचनाओं पर आजमगढ़ में विश्वविद्यालय में शोध पीठ की स्थापना की जाएगी.
कोरोना के कारण युवाओं के शिक्षा प्रभावित को देखकर 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट स्मार्टफोन देने का लक्ष्य को पूरा कर रहे हैं. आजमगढ़ की जो छवि खराब की गई थी, उस छवि को बदलने का कार्य कर रहे हैं. आपने एक भोजपुरी कलाकार को संसद भेजा है, इसलिए यहां हरिहरपुर संगीत घराने के दौरा करके वहां की संभावनाओं को तलाशने का कार्य करने जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोनकाल में कोई आया हो न आया हो मैं खुद 3 बार यहां आया था, जब सांसद था तब भी यहां आता रहता था. हम आज़ादी के अमृत वर्ष महोत्सव को मना रहे हैं, इसलिए प्रधानमंत्री जी के संकल्प हर घर तिरंगा लहराना है, 13 से 15 अगस्त को हर घर तिरंगा फहराना होगा, ये लक्ष्य पूरा करना है. स्कूलों में क्रांतिकारी बलिदानियों को स्मरण करना चाहिए, उनकी स्मृति में बच्चों के उन क्रांतिकारी के वेशभूषा में फैंसी ड्रेस कम्पटीशन करना चाहिये. अमृत महोत्सव के इस लक्ष्य के साथ सबको धन्यवाद दिया.