गायों के गोबर व अन्य ऑर्गेनिक वेस्ट प्रोडक्ट से बायोगैस संयंत्र में गैस निर्मित की जाएगी. निर्मित मीथेन को सीएनजी में कन्वर्ट करते हुए इसे कंप्रेस कास्केट में भरकर होटल, सीएनजी पम्प व सीएनजी वाहनों में उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को शहंशाहपुर, जनपद वाराणसी स्थित विशाल गौशाला में स्थापित किये जा रहे बायोगैस प्लाण्ट का निरीक्षण किया.
इस अवसर पर मण्डलायुक्त वाराणसी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि नगर निगम द्वारा संचालित इस विशाल गौशाला में 300 से अधिक गाय हैं. यहां गायों के गोबर व अन्य ऑर्गेनिक वेस्ट प्रोडक्ट से बायोगैस संयंत्र में गैस निर्मित की जाएगी. निर्मित मीथेन को सीएनजी में कन्वर्ट करते हुए इसे कंप्रेस कास्केट में भरकर होटल, सीएनजी पम्प व सीएनजी वाहनों में उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
30 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण
इस विशाल गौशाला में प्राइड कंफ्डरेशन (अडानी ग्रुप) द्वारा 30 करोड़ रुपए की लागत से बायोगैस प्लाण्ट को निर्मित कराया जा रहा है. प्लाण्ट का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी माह के अंत तक बायोगैस प्लाण्ट में उत्पादन होने लगेगा. बायोगैस संयंत्र की 2500 किलोग्राम सीएनजी गैस, 30 हजार किलोग्राम खाद तथा 40 हजार लीटर तरल फर्टिलाइजर के निर्माण की क्षमता है. इस अवसर पर पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकण्ठ तिवारी तथा प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे.
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