ठगी में काशीनाथ तिवारी के साथ उनकी पत्नी कालिंदी तिवारी, दोनों बेटे जिनके नाम आशुतोष तिवारी और शुभनारायण तिवारी भी संलिप्त हैं. यही नहीं इस ठगी में काशीनाथ की साली मीना तिवारी, साला सुनील पांडेय भी शामिल है. इन सभी के खिलाफ गोरखपुर के....
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लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) से सफाई का ठेका दिलाने के नाम पर 2.72 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. गाजीपुर पुलिस ने रविवार रात एक बड़े जालसाज को गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ पीड़ितों ने पिछले साल मुकदमा दर्ज कराया था. ठगी के शिकार हुए पीड़ितों ने पिछले साल गाजीपुर थाने में काशीनाथ, कालिंदी व उनके दो बेटों समेत छह लोगों के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज कराया.
2.72 करोड़ रुपये की ठगी
इंदिरानगर के पानी गांव के रहने वाले काशीनाथ तिवारी पर 2.72 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है. इस ठगी में काशीनाथ तिवारी के साथ उनकी पत्नी कालिंदी तिवारी, दोनों बेटे जिनके नाम आशुतोष तिवारी और शुभनारायण तिवारी भी संलिप्त हैं. यही नहीं इस ठगी में काशीनाथ की साली मीना तिवारी, साला सुनील पांडेय भी शामिल है. इन सभी के खिलाफ गोरखपुर के राममुरारी आर्या, राकेश चौधरी, बलिया के रत्नेश कुमार बबलू, प्रयागराज के प्रमोद सिंह व वाराणसी के अभिषेक कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया था.
नौकरी लगवाने के नाम पर मांगे रुपये
पीड़ितों ने आरोप लगाया कि काशीनाथ तिवारी ने गोरखपुर के एक होटल में सभी को मिलने के लिए बुलाया था. काशी ने भारतीय कूड़ा कचरा प्रबंधक संस्थान द्वारा पूर्वांचल के कई नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों, चार मेडिकल कॉलेज (गोरखपुर, प्रयागराज, झांसी व मेरठ) में सफाई का ठेका दिलाने का भरोसा दिलाया था. इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा परिषद में कंप्यूटर शिक्षक की नौकरी दिलाने का भी दावा किया. काशीनाथ से नौकरी के नाम पर बैंक के खाते में रुपये जमा कराए. पीड़ितों द्वारा रुपये वापस मांगने पर धमकी दी.
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