Crime News: दिल्ली में पकड़े गए जिंदा कारतूस, चल रहा था कारतूस तस्करी का खेल, जानिए कैसे?
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Crime News: दिल्ली में पकड़े गए जिंदा कारतूस, चल रहा था कारतूस तस्करी का खेल, जानिए कैसे?

Independence Day 2022: दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पूर्वी जिले के पटपडगंज इंडस्ट्रियल एरिया थाने की पुलिस ने अवैध कारतूस की तस्करी में शामिल एक सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है.

Crime News: दिल्ली में पकड़े गए जिंदा कारतूस, चल रहा था कारतूस तस्करी का खेल, जानिए कैसे?

लखनऊ: आजादी के 75 वें वर्ष पर दिल्ली हाई में अलर्ट है. इससे ठीक पहले दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पूर्वी जिले के पटपडगंज इंडस्ट्रियल एरिया थाने की पुलिस ने अवैध कारतूस की तस्करी में शामिल एक सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. भारी मात्रा में अलग-अलग ब्रांडों के 2,251 अवैध जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.

पुलिस कर्मियों को देख दोनों शख्श घबराए 
आपको बता दें कि 6 अगस्त को हेड कॉन्टेबल विक्रांत और कॉन्स्टेबल रोहित पेट्रोलिंग ड्यूटी पर थे. सुबह करीब साढ़े छह बजे जब वह पटपडगंज इंडस्ट्रियल थाने के कॉम्पीटेंट मोटर्स के पास पहुंचे, तो उन्होंने दो संदिग्धों लोगों को एक ट्रॉली बैग के साथ पार्किंग नंबर-1 की तरफ जाते देखा. वहीं, पुलिस कर्मियों को देख दोनों शख्श घबरा गए और अपना रास्ता बदल लिया. जिसके बाद वह तेजी से आगे बढ़ने लगे. हालांकि, पुलिस कर्मियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उन्हें दबोच लिया.

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शक होने पर पुलिस कर्मियों ने दोनों संदिग्धों की ली तलाशी 
पूछताछ करने पर वह तरह-तरह के बहाने बनाने लगे. शक होने पर पुलिस कर्मियों ने दोनों संदिग्धों की गहन तलाशी ली। उनकी तलाशी लेने पर 2251 जिंदा कारतूस बरामद हुए. संदिग्धों को तुरंत पकड़ लिया गया, जिनकी पहचान अजमल खान और राशिद उर्फ ​​लल्लन के रूप में हुई. जानकारी के मुताबिक ये उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के रहने वाले हैं. पुलिस ने दोनों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. 

लखनऊ में एक व्यक्ति को दिया जाना था गोला बारूद
आपको बता दें कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्हें गोला बारूद देहरादून, उत्तराखंड में एक व्यक्ति से मिला था. इसे लखनऊ में एक व्यक्ति को दिया जाना था. आरोपी व्यक्तियों ने यह भी खुलासा किया कि वह, पहले भी 4-5 बार इसी तरह की खेप की आपूर्ति कर चुका है. वहीं, इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम गठित की गई है. यह टीम गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए तुरंत लखनऊ और जौनपुर के लिए रवाना हो गई, जो खेप के रिसीवर थे. टीम ने कई स्थानों पर छापा मारा और कारतूस की खेप को लेने वाले रिसीवर सद्दाम को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के सुता कलां गांव से पकड़ा गया. इसी के साथ ही, एक टीम को उत्तराखंड के देहरादून भेजा गया है.

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टीम ने किया सीसीटीवी कैमरों स्कैन
हालांकि, टीम के पास लक्ष्य के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं थी, लेकिन उपलब्ध जानकारी के आधार पर टीम ने खुफिया जानकारी एकत्र की. करने और उस स्थान पर और उसके आसपास सीसीटीवी कैमरों को स्कैन करने में अथक प्रयास किया, जहां खेप का आदान-प्रदान किया गया था. टीम के प्रयासों का सकारात्मक परिणाम निकला और टीम उत्तराखंड के देहरादून में गन हाउस चलाने वाले परीक्षित नेगी नाम के एक आरोपी की पहचान करने में सफल रही. टीम ने तुरंत छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. उसे दिल्ली लाया गया और निरंतर पूछताछ पर उसने खुलासा किया कि उसने उत्तराखंड के कई गन हाउसों के साथ-साथ अन्य स्रोतों से गोला-बारूद खरीदा था.

गिरफ्तार आरोपियों को करता था कारतूस की आपूर्ति 
उसने अपने गन हाउस के रिकॉर्ड में हेरफेर करने के बाद, उसने पहले से ही गिरफ्तार आरोपियों कारतूस की आपूर्ति की. उसने यह भी बताया कि वह हथियारों और गोला-बारूद की इस तरह की अवैध तस्करी में अक्सर शामिल रहा है. पहले भी 4-5 बार एक ही व्यक्ति को गोला-बारूद की आपूर्ति कर चुका है. आरोपी परीक्षित नेगी के बयान के मुताबिक, वह पहले ही एक ही सिंडिकेट को अलग-अलग जगहों पर हजारों कारतूस सप्लाई कर चुका था. आगे की जांच के दौरान, गिरोह के तीन और सदस्यों की पहचान की, जिसके बाद टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

एडिशनल सी पी विक्रमजीत ने दी जानकारी
एडिशनल सी पी विक्रमजीत ने बताया कि गिरफ्तार किए गए बदमाशो की पहचान अजमल निवासी ग्राम-सुता कलां, जौनपुर, उत्तर प्रदेश आयु 20 वर्ष ( देहरादून से लखनऊ ले जा रहे खेप के साथ मौके पर ही गिरफ्तार किया गया. राशिद निवासी सुता कलां, जौनपुर उत्तर प्रदेश, आयु 20 वर्ष को देहरादून से लखनऊ ले जा रहे खेप के साथ मौके पर ही गिरफ्तार किया गया. परीक्षित नेगी निवासी देहरादून उत्तराखंड आयु 42 वर्ष को विभिन्न गन हाउस और अन्य स्रोतों से गोला-बारूद की व्यवस्था करता था.

सद्दाम निवासी सुता कलां  उत्तर प्रदेश खेप के प्रस्तावित रिसीवरों में से एक है. वहीं, कामरान निवासी यमुना विहार दिल्ली, जो परीक्षित नेगी को कारतूस सप्लाई करता था. नासिर निवासी रुड़की उत्तराखंड, जो परीक्षित नेगी को कारतूस सप्लाई करता था. सभी को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल, पुलिस ने बरामदगी व गिरफ्तार बदमाशों का किसी भी आतंकी समूह से संबंध होने से इनकार किया है. आगे की जांच कर रही है.

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