Atal Bihari Vajpayee Jayanti: पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती आज, जानें पत्रकार से राजनीति तक का सफर
Advertisement

Atal Bihari Vajpayee Jayanti: पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती आज, जानें पत्रकार से राजनीति तक का सफर

अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसम्बर 1924 को हुआ था. उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी शिक्षक थे. मूलत: उनका उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बटेश्वर गांव से था, लेकिन पिता मध्यप्रदेश में शिक्षक थे. यूपी से उनका राजनीतिक लगाव काफी ज्यादा था.

Atal Bihari Vajpayee Jayanti: पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती आज, जानें पत्रकार से राजनीति तक का सफर

Atal Bihari Vajpayee Jayanti: आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 97वीं जयंती है. अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को हुआ. 2014 से वाजपेयी जी की जयंती को हर साल सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है. वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री होने के अलावा हिंदी कवि, पत्रकार और प्रखर वक्ता भी थे. वह जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे.

आज पूरे देश में अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का जन्मदिन मनाया जा रहा है. भारत के राजनीतिक इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रशासक, भाषाविद, कवि, पत्रकार और  लेखक की पहचान रखते थे. अटल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा में पले-बढ़े थे. यह राजनीति में उदारवाद और समता एवं समानता के समर्थक माने जाते थे. 

जन्मदिन विशेषः मदन मोहन मालवीय की जयंती आज, मोदी-योगी ने किया नमन, जानें कैसे बने 'महामना'?

एमपी में हुआ ता अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म
अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसम्बर 1924 को हुआ था. उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी शिक्षक थे. मूलत: उनका उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बटेश्वर गांव से था, लेकिन पिता मध्यप्रदेश में शिक्षक थे. यूपी से उनका राजनीतिक लगाव काफी ज्यादा था. 

UP Free Tablet-Smartphone: इंतजार खत्म! आज से बटेंगे फ्री टैबलेट और स्मार्टफोन, इन्हें मिलेगी वरीयता

राजनीति, कविता तथा सादगी के बीच गुजरा जीवन
अटल बिहारी वाजपेयी की पढ़ाई ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से हुई. उनके पिता स्कूल मास्टर और कवि थे. जाहिर है इसकी छाप उनके व्यक्तित्व पर पड़ी.

Weather Today: कोहरे की चादर से ढका UP, कहां है बारिश की संभावना? जानें अपने शहर का हाल

तीन बार बने भारत के प्रधानमंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी साल 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने, लेकिन इस दौरान उन्होंने महज 13 दिन में ही इस पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद साल 1998 में वह दोबारा पीएम बने. इस समय करीब 13 महीने के बाद एक बार फिर इनकी सरकार गिर गई. इसके बाद साल 1999 में 13 दलों की गठबंधन वाली सरकार बनी, जिसने सफलतापूर्वक 5 साल का कार्यकाल पूरा किया. इतना ही नहीं वाजपेयी साल  1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा के लिए चुने गए थे.  

देश के लिए किए यह काम
वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार ने 11 और 13 मई 1998 को 5 भूमिगत परमाणु परीक्षण किए. इसके साथ ही भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित किया गया. उन्होंने पाकिस्तान से राजनीतिक संबंधों में सुधार लाने के लिए 19 फरवरी 1999 को दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा शुरू की थी, जिसे सदा-ए-सरहद नाम दिया गया. इसके अलावा 1990 में करगिल युद्ध में भारत की जमीन को पाक के अवैध कब्जे से छुड़ाया. 

बीजेपी सरकार माफियाओं की संपत्ति जब्त भी करेगी और उनके घरों पर बुलडोजर भी चलाएगी-संगीत सोम

वाजपेयी की कुछ खास कविताएं 
अटल बिहारी वाजपेयी अच्छे राजनीतिज्ञ होने के साथ ही अच्छे कवि भी थे. उन्होंने कुछ कविताएं भी लिखीं. "मेरी इक्यावन कविताएं उनका प्रसिद्ध काव्यसंग्रह है. रग-रग हिंदू मेरा परिचय, मृत्यु या हत्या, अमर बलिदान (लोकसभा में वाजपेयी के वक्तव्यों का संग्रह), संसद में तीन दशक, अमर आग है"  कदम मिलाकर चलना होगा, उनकी प्रमुख रचनाएं हैं.

वाजपेयी को साल 1992 में पदमा विभूषण और साल 2015 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया. वह 16 अगस्त 2018 को इस दुनिया को अलविदा कह गए.

WATCH LIVE TV

Trending news