बताया जा रहा है कि कीटनाशक का रैपर मृतक अब्दुल की कैब में मिला था. जब अब्दुल की हालत बिगड़ी, तो उसे शहर के सर्वोदय अस्पताल में एडमिट कराया गया. इलाज के दौरान अब्दुल ने दम तोड़ दिया. वहीं, मृतक अब्दुल के परिजनों की पैरवी कर रहे एडवोकेट द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पुलिस को तहरीर दी गई थी, लेकिन उनकी तरफ से कोई केस दर्ज नहीं किया गया...
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गाजियाबाद: दुनिया भर की ई-कॉमर्स वेबसाइट्स से दुनिया भर के लोग हर तरह की चीजें खरीदते हैं. सुई से लेकर जहाज तक की खरीदारी ऑनलाइन ही हो जाती है. लेकिन, सामान की खरीद के बास उसका इस्तेमाल किस तरह से किया जाता है, क्या इसकी जिम्मेदारी भी इन शॉपिंग वेबसाइट की होगी? दरअसल, एक भारतीय ई-कॉमर्स वेबसाइट के डायरेक्टर और रीजनल मैनेजर पर गाजियाबाद के मसूरी थाने में एक केस दर्ज कराया गया है. मामला बेहद गंभीर है.
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वेबसाइट के डायरेक्टर और रीजनल मैनेजर पर केस
बताया जा रहा है कि गाजियाबाद के एक युवक अब्दुल वाहिद ने ऑनलाइन जहर मंगवाया और उसका इस्तेमाल खुद की जान लेने के लिए किया. यानी शॉपिंग वेबसाइट से मंगाए गए जहर को खाकर युवक ने सुसाइड कर लिया. अब उसके परिजनों ने वेबसाइट के डायरेक्टर और मैनेजर पर मुकदमा दर्ज करा दिया है.
ऑनलाइन मंगाया गया जहर और खाकर दे दी जान
जानकारी के मुताबिक, मसूरी के खांचा रोड का रहने वाला 24 वर्षीय अब्दुल वाहिद कैब ड्राइवर था. कुछ समय से उसकी इनकम इतनी नहीं थी और सेविंग भी ज्यादा नहीं बची थी. कोरोना में लगे कर्फ्यू की वजह से उसकी पास पैसों की कमी होने लगी थी, जिस वजह से अब्दुल डिप्रेशन में चल रहा था. बताया जा रहा है कि बीते 25 सितंबर 2021 को उसने एक फेमस ई-कॉमर्स वेबसाइट से कीटनाशक खरीद. उसकी डिलीवरी हुई और फिर अब्दुल ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. दम तोड़ने से पहले उसने खुद यह बताया कि उसने जहर ऑनलाइन मंगाया है.
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मृतक के परिजनों के एडवोकेट ने बताई यह बात
बताया जा रहा है कि कीटनाशक का रैपर मृतक अब्दुल की कैब में मिला था. जब अब्दुल की हालत बिगड़ी, तो उसे शहर के सर्वोदय अस्पताल में एडमिट कराया गया. इलाज के दौरान अब्दुल ने दम तोड़ दिया. वहीं, मृतक अब्दुल के परिजनों की पैरवी कर रहे एडवोकेट द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पुलिस को तहरीर दी गई थी, लेकिन उनकी तरफ से कोई केस दर्ज नहीं किया गया.
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ केस
इसको लेकर अधिवक्ता ने कोर्ट में अर्जी दी गई थी. एडिशन चीफ ज्यूजडिशियल मजिस्ट्रेट ने इस मामले में केस दर्ज कराने के आदेश जारी किए थे. इसके बाद मसूरी थाना प्रभारी ने मुकदमा दर्ज किया. बताया जा रहा है कि दोनों नामजद के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है. अब उनका बयान दर्ज किया जाएगा, फिर आगे एक्शन लिया जाएगा.
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