Mathura Laddu Gopal Missing Case: श्री बांके बिहारी मंदिर से 'लड्डू गोपाल' के लापता होने की खबर सामने आई है. अपने लड्डू गोपाल को खोजने के लिए भक्त शशि ने अखबार में इश्तिहार भी दिया है. इसके साथ ही 10 हजार रुपये के इनाम की भी घोषणा की है.
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कन्हैया लाल शर्मा/मथुरा: "मेरे तो गिरधर गोपाल दुसरो न कोई" यह पंक्तियां मीरा ने कही थीं. मीरा जैसी भक्ति आज सभी के लिए प्रेम, आत्मसमर्पण और भाव का उदाहरण है. बचपन से ही श्री कृष्ण (Lord Krishna) में सर्वस्व न्यौछावर करने वाली मीराबाई के बारे में पढ़ा और सुना भी होगा. ये तो बस एक उदाहरण है. ऐसे ही ना जानें कितने भक्त होते हैं, जो भगवान की भक्ति में अपना सबकुछ न्यौछावर कर देते हैं. ऐसी ही एक मामला कान्हा की नगरी मथुरा में सामने आया है. यहां लड्डू गोपाल के गुम होने से एक भक्त अपनी सुध-बुध खो बैठी है. लड्डू गोपाल के वियोग में अपने आंसुओं को नहीं रोक पा रही है.
क्या है पूरा मामला?
मामला विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर का है. यहां मंदिर से ही बाल गोपाल गायब हो गए. दरअसल फिरोजाबाद की रहने वाली शशि सिंह द्वारा एक फूल बंगला बनवाया गया. 21 जुलाई को मंदिर में दर्शन के लिए शशि लड्डू गोपाल को भी अपने साथ ले आई थीं. दर्शन और राजभोग आरती के बाद शशि प्रसाद लेने के लिए अपने लड्डू गोपाल को एक पास के आले में रख देती हैं. जब शशि प्रसाद लेकर अपने लड्डू गोपाल को लेने पहुंची तो वे वहां नहीं मिले. इसके बाद शशि अपने कान्हा की खोज में लग गईं.
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अखबार में दिया इश्तिहार
अपने आराध्य ठाकुर लड्डू गोपाल जी की खोज में शशि कोई कसर छोड़ना नहीं चाहतीं. उन्होंने कान्हा के लापता होने की सूचना स्थानीय अखबार में भी छपवाई. जिससे किसी भी व्यक्ति को अगर उनके कान्हा मिलें, तो वह उनसे संपर्क कर सकें. कान्हा को खोजने वाले के लिए उन्होंने 10 हजार का इनाम भी रखा है. लड्डू गोपाल के लापता होने पर उनकी भक्त शशि बेचैन हैं. उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.
27 सालों से कर रही थीं लड्डू गोपाल की पूजा
जानकारी के मुताबिक, शशि का पैतृक गांव फिरोजाबाद जिले में हैं. लेकिन शशि पिछले दो साल से वृंदावन में रहकर भगवान की भक्ति में लीन हैं. सुबह से शाम तक सिर्फ प्रभु की भक्ति में लीन होने के अलावा उनकी कोई दिनचर्या नहीं है. 27 साल पहले शशि ने लड्डू गोपाल की स्थापना अपने घर के मंदिर में की थी. तब से वह हर रोज उनकी सेवा करती आ रही हैं. लड्डू गोपाल का स्नान, श्रृंगार, आरती और भोग उनकी दिनचर्या में शामिल है. ऐसे में जब कान्हा उनसे दूर हैं, तो शशि का रो-रो कर बुरा हाल है.
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वापस आने ही उम्मीद लगाए बैठी हैं शशि
शशि ने रोते हुए कहा कि भले की उनके कान्हा को गायब हुए 5 दिन हो गए, लेकिन वो अभी भी उन्हें समस-समय पर भोग लगाती हैं. उनका कहना है कि वो जहां कहां भी हों सही से हों और जल्द उनके पास वापस आ जाएं.
लड्डू गोपाल की भक्ति का कोई पहला मामला नहीं
लड्डू गोपाल के साथ भक्त की ऐसी कहानी कोई नई नहीं है. इससे पहले भी लड्डू गोपाल का हाथ टूटने पर एक भक्त उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचा था. भक्त लड्डू के हाथ टूटने पर रोने लगा. साथ ही डॉक्टर से उनके हाथ का प्लास्टर कराने पर अड़ गया. इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल 24 मार्च को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. जिसमें दिल्ली के परिवार के लड्डू गोपाल श्री बांकेबिहारी मंदिर में खो गए थे. परिवार ने लड्डू गोपाल को ढूंढ कर लाने वाले को 11 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा भी की थी.
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