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बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में लव क्राइम का मामला सामने आया है. दरअसल, फतेहगंज पश्चिमी में गंभीर हालत में एक युवती मिली थी. उसके पिता ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसने बताया कि वह बेटी को मरा समझकर छोड़ दिए थे. न जानें कैसे उसकी जान बच गई. दुल्हन के पिता तोताराम ने बताया कि पिछले साल वह गांव के एक लड़के के साथ अप्रैल में फरार हो गई थी. जानकारी के मुताबिक वह लड़का उनकी बिरादरी का था तो समझौते कर 3 दिन बाद बेटी को लाया गया. वहीं, 10 दिन बाद बेटी उसके साथ दोबारा चली गई. तब ये एक हफ्ते बाद वापस लौटे. इस दौरान उनकी गांव में बहुत बदनामी हुई.
इसके बाद लड़की के पिता ने भमोरा के गांव नत्था की गौटिया निवासी दामाद दिनेश ने बदायूं पास के भगवानपुर में रिश्ता तय कराया. दूसरी तरफ लड़की प्रेमी से शादी करने पर अड़ी थी. उन्होंने किसी तरह निगरानी कर उसे रोका. पिता ने बवाल के डर से गांव में बरात भी नहीं बुलाई. इसके बाद बीते 22 अप्रैल को शाही के पास मिर्जापुर के बरातघर में बरात आई. शादी न करने को लेकर लड़की ने रातभर ड्रामा किया. इसके बाद लड़की ने बीमारी का बहानाकर फेरे नहीं लिए. इसके बावजूद उसे देवेंद्र के साथ जबरन गाड़ी में बैठाकर विदा कर दिया गया.
घर पहुंचे ही देवेंद्र ने फोन पर बताया कि लड़की किसी से बोल नहीं रही है. इसके बाद बाइक से लड़की के पिता बेटे प्रेम के साथ 23 अप्रैल को बेटी की ससुराल पहुंचे. इस दौरान बेटी ने कहा कि वो शादी को नहीं मानती. प्रेमी के साथ ही जाएगी. जानकारी के मुताबिक घर वालों ने बहुत पहले लड़की से मोबाइल भी छीन लिया था. वहीं, ससुराल में वह पति के मोबाइल से प्रेमी से बात कर रही थी. पति ने लड़की परिजनों से कहा कि उन्होंने उसे फंसा दिया है.
मामले में एसपी देहात ने दी जानकारी
इस मामले में एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल को रात में तोताराम समेत 4 लोग बेटी की ससुराल में ठहरे. इसके बाद सुबह तोताराम बेटे के साथ बाइक से देवचरा पहुंचा. यहां उन्होंने टॉयलेट क्लीनर खरीदा. इस बात की तस्दीक दुकान मालिक ने की है. इसके बाद वह दोबारा बेटी के ससुराल आए. वहां से बेटी को लेकर 2 बाइक से गांव के लिए निकल गए. इस दौरान रास्ते में ये कई जगह रुके. झुमका तिराहे पर होटल में खाना खाया. इससे जुड़ा सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास है. रात में ये शंखा रोड पहुंचे, जहां ये बेटी को झाड़ियों में ले गए. इस दौरान इन्होंने उसका गला दबा दिया. इसके बाद उसे मरा समझने के बाद उसके मुंह के अंदर, चेहरे व शरीर पर टॉयलेट क्लीनर डाला और वहां से फरार हो गए.
एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी प्रभाकर चौधरी सुबह जिला अस्पताल पहुंचे. वहीं, एसपी देहात के साथ घटनास्थल का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि सर्विलांस सेल ने कई नंबरों की डिटेल निकालकर कड़ियां जोड़ी है. टीम ने देवचरा बाजार का सीसीटीवी चेक किया. इसमें युवती का परिवार बेफिक्री से जा रहा था. ऐसे कई साक्ष्यों के आधार पर घटना का खुलासा किया गया.
पीड़िता के हावभाव को देखकर पुलिस ने समझ लिया
युवती के साथ हुई घटना में आरोपी परिवार के लोग हैं पेशेवर नहीं. ऐसा इसलिए क्योंकि पिता सुबह बहुत देर से जिला अस्पताल पहुंचा. शुरूआत में तो उसने कहा कि ये मेरी बेटी नहीं है. बाद में पहचाने के बाद खुद को घटना से अनजान बताया. दामाद दिनेश ने मामले से अनभिज्ञता जताई. दूसरी तरफ घटना में अजय का हाथ बताया गया. इसके बाद पिता को देखकर पीड़िता के हावभाव को देखकर पुलिस को क्लू मिल गया.
ईएमओ डॉक्टर ने दी जानकारी
ईएमओ डॉ. एके सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि लड़की का शरीर लगभग 48 फीसदी जल चुका है. तेजाब जैसा पदार्थ लग रहा था, जो लड़की के मुंह के रास्ते श्वास नली में होकर शरीर में पहुंच गया. वहीं, लड़की की आंखें भी खराब हो गईं हैं. उसमें काफी हिम्मत है, जो ऐसे हाल में भी जिंदगी के लिए लड़ रही है. फिलहाल, उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. हालांकि, लखनऊ भेजने का रिस्क बचाकर उसे भोजीपुरा के एक निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.