Mauni Amavasya 2023 Date & Time: 30 साल बाद मौनी अमावस्या पर बन रहा ये दुर्लभ संयोग, जानिए शुभ मुहू्र्त, महत्व, लाभ
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Mauni Amavasya 2023 Date & Time: 30 साल बाद मौनी अमावस्या पर बन रहा ये दुर्लभ संयोग, जानिए शुभ मुहू्र्त, महत्व, लाभ

Mauni Amavasya 2023 Date & Time:  मौनी अमावस्या या माघी तिथि इस बार 21 जनवरी को मनाई जाएगी. इस दिन गंगा में लाखों श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे. इस तिथि पर स्नान-दान का खास महत्व है. जानिए मौनी अमावस्या का महत्व, तिथि और इसके लाभ के बारे में. 

Mauni Amavasya 2023 Date & Time: 30 साल बाद मौनी अमावस्या पर बन रहा ये दुर्लभ संयोग, जानिए शुभ मुहू्र्त, महत्व, लाभ

Mauni Amavasya 2023 Date & Time: माघ महीने की शुरुआत 7 जनवरी 2023 से हो चुकी है. इसी महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या या माघी कहा जाता है. इस साल यह 21 जनवरी 2023 शनिवार को पड़ रही है. शास्त्रों में इस तिथि का बेहद खास महत्व है. मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से व्यक्ति के पाप का नाश होता है बल्कि पुण्य मिलने के साथ सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.आइए जानते हैं इस मौनी अमावस्या या माघी का शुभ मुहूर्त, महत्व, तारीख आदि के बारे में. 

कब है मौनी अमावस्या 2023 (Mauni Amavasya 2023 Muhurat) 
21 या 22 जनवरी? मौनी अमावस्या की तिथि को लेकर लोगों में थोड़ा कंफ्यूजन है.बता दें कि पंचांग के मुताबिक यह तिथि इस महीने की 21 जनवरी को ही होगी. इसके पीछे वजह है कि अमावस्या तिथि इस बार 21 जनवरी 2023, सुबह 6 बजकर 16 मिनट से शुरू होगी, जो 22 जनवरी रात 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगी. उदयतिथि के अनुसार यह 21 जनवरी को ही मनाई जाएगी. 

मौनी अमावस्या का महत्व  (Mauni Amavasya 2023 Importance)
मौनी अमावस्या का शास्त्रों में विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन लोग मौन रहकर गंगा स्नान और दान-पुण्य करते हैं. मान्यता के अनुसार यह तिथि पितरों को समर्पित मानी जाती है. पितरों की शांति के लिए तर्पण करने से पितृदोष और कालसर्प दोष खत्म होते हैं. साथ ही इस दिन गंगा का जल अमृत के समान होता है, जिसमें स्नान करने से कई गुना ज्यादा पुण्य मिलता है. साथ ही इस दिन मौन रहकर पूजा करने से अधिक लाभ मिलता है. 

मौनी अमावस्या 2023 के लाभ  (Mauni Amavasya 2023 Significance)
मान्यता है कि मौनी अमावस्या को स्नान और दान करने से कई पुण्य मिलते हैं. साथ ही सात जन्मों के पाप खत्म हो जाते हैं. इस तिथि को मौन व्रत रखने से वाणी दोष दूर होने के साथ ही इंद्रियों पर काबू करने की शक्ति भी मिलती है. साथ ही मान्यता है कि मौनी अमावस्या या माघी तिथि पर तर्पण करने से पितृदोष और कालसर्प दोष दूर हो जाते हैं. साथ ही मौन व्रत रखने से कई गुना ज्यादा फल प्राप्त होता है. 

शनिश्चरी अमावस्या 2023 (Shani Amavasya 2023) 
वहीं इस बार अमावस्या शनिवार को पड़ रही है. इसलिए इसे शनिश्चरी अमावस्या भी कहते हैं. शनि को प्रसन्न करने के लिए शनिश्चरी अमावस्या का खास महत्व बताया गया है. बता दें 17 जनवरी से शनि कुंभ राशि से मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं. यह धनु, कुंभ, मकर, तुला और मिथुन राशि वालों के लिए और भी खास है. इस दिन शनि भगवान को काला तिल और पीपल के सामने दिया जलाना चाहिए. 

30 साल बाद बन रहा खास संयोग
मौनी अमावस्या पर 30 साल बाद एक खास संयोग बन रहा है. पंचांग के मुताबिक इस बार 21 जनवरी को पड़ने वाली अमावस्या पर खप्पर योग होगा. जो शनि के शुभ प्रभाव को बढ़ाएगा. मकर राशि में सूर्य और शुक्र की युति से खप्पर योग बन रहा है.  

 

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