पीएम मोदी को बर्थडे गिफ्ट, 70 साल बाद भारत में आएगा चीता, जानें प्रधानमंत्री की मौजूदगी में कहां होगा समारोह
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पीएम मोदी को बर्थडे गिफ्ट, 70 साल बाद भारत में आएगा चीता, जानें प्रधानमंत्री की मौजूदगी में कहां होगा समारोह

Cheetah From Namibia on PM Modi Birthday: भारत में सात दशक पहले चीते विलुप्त हो चुके हैं. ऐसे में पीएम मोदी के जन्मदिन पर यानी 17 स‍ितंबर को 8 चीते नामीब‍िया से भारत लाए जा रहे हैं. इन चीतों को मध्‍य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा. 

फाइल फोटो.

PM Narendra Modi's Birthday: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितंबर को जन्मदिन है. इस साल पीएम का जन्मदिन खास होने वाला है. इस दिन भारत की धरती पर करीब सात दशक बाद चीतों का एक दल उतरने वाला है. 70 साल बाद नामीबिया (Namibia) से आठ चीते भारत पहुंचे जाएंगे. जानकारी के मुताबिक, चीतों को पहले नामीबिया से कार्गो विमान के जरिए जयपुर लाया जाएगा. इसके बाद हेलीकॉप्टर से उसी दिन मध्य प्रदेश के कूनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park) लाया जाएगा. जिन्हें पीएम मोदी अपने जन्मदिन पर देश को सौंपेंगे.

मध्य प्रदेश में होगा कार्यक्रम का आयोजन 
मध्य प्रदेश में 17 तारीख को अफ्रीकन चीतों की शिफ्टिंग का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. जिसमें पीएम मोदी शामिल होंगे और देश को चीता परियोजना की सौगात देंगे. इस बात की जानकारी मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दी है. जानकारी के मुताबिक, PM के इस कार्यक्रम को लेकर श्योपुर में तैयारियां तेज हो गई हैं. श्योपुर में 7 हेलीपैड बनाए जा रहे हैं, जिनमें 3 नेशनल पार्क के अंदर बन रहे हैं. 

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आठ चीतों में 5 मादा और 3 नर
नामीबिया से आने वाले आठ चीतों में पांच मादा और तीन नर हैं. जिन्हें लाने के लिए बीते रविवार को भारत की ओर से एक टीम नामीबिया के लिए रवाना हो गई है. इन खास मेहमानों को भारत लाते समय कोई परेशानी ना हो इसलिए उन्हें स्पेशल प्लेन से लाया जा रहा. सभी चीतों को तीस दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा. नर और मादा चीता को अलग-अलग क्वारैंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. इस दौरान उनके व्यवहार, सेहत समेत अन्य चीजों पर नजर रखी जाएगी. एक महीने बाद इन चीतों को एक वर्ग किलोमीटर के बने बाड़े में छोड़ दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि पांच साल तक इनके रखरखाव पर 75 करोड़ रुपए खर्च होंगे. वन विभाग के अधिकारियों को नामीबिया की चीता प्रबंधन तकनीक का ट्रेनिंग भी दी गयी है. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका से भी 12 चीते भारत आने वाले हैं. 

दुनिया के सिर्फ सात देशों में पाए जाते हैं चीते 
दुनिया के सिर्फ 7 ही देशों में चीता पाया जाता है. मध्य ईरान में करीब 50 चीते रहते हैं जबकि 7 हजार के करीब चीते अफ्रीका के 6 देशों में पाए जाते हैं. दक्षिण अफ्रीका के अलावा मोजाम्बिक, जिम्बाब्वे और नामीबिया में भी चीते पाए जाते हैं. बोत्स्वना और अंगोला में भी चीते शिकार करते हैं और शान से रहते हैं. बता दें कि साल 1952 में भारत से चीता विलुप्त हो गया था.  

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कई देशों में चीते को पालते हैं लोग 
एक चीते की लंबाई 1.1 से 1.4 मीटर तक होती है. जबकि चीते की औसत ऊंचाई 94 सेंटीमीटर तक होती है. चीते का वजन 20-72 किलो तक होता है. पूंछ की लंबाई 65 से 80 सेंटीमीटर होती है. बता दें कि दुनिया के कई मुल्कों में चीते को पाला भी जाता है. दुनिया भर के वैज्ञानिक आज भी चीते की गजब की रफ्तार पर रिसर्च कर रहे हैं. यानी ये आज भी राज है कि आखिर चीता इतनी तेज रफ्तार में कैसे दौड़ लेता है. 

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