Sawan Shivratri 2023: सावन (Sawan 2023) के पवित्र महीने की शुरुआत होने वाली है. इसी दौरान सावन शिवरात्रि भी पड़ेगी. शिव भक्तों में इस शिवरात्रि का खास महत्व है. आइए आपको बताते हैं इस दिन भोलेनाथ की पूजा कैसे करें.
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Shivratri 2023: आने वाली चार जून से सावन महीने की शुरुआत होने वाली है. इसे भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना माना जाता है. श्रावण मास में पड़ने शिवरात्रि का खासा महत्व होता है. सावन शिवरात्रि को सावन मास के कृष्ण पक्ष के दौरान चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. इस साल सावन शिवरात्रि को 15 जुलाई शनिवार के दिन मनाया जाएगा. यह सावन महीने की पहली शिवरात्रि होगी. यह 15 जुलाई को रात 8 बजकर 32 मिनट पर शुरू होकर 16 जुलाई रात 10 बजकर 8 मिनट तक चलेगी. शिवरात्रि व्रत के पारण का समय 15 जुलाई रात 11 बजकर 21 मिनट से 12 बजकर 4 मिनट तक होगा.
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सावन शिवरात्रि का है खास महत्व
ऐसे तो एक साल में बारह शिवरात्रि होती हैं जो हर महीने आती हैं, मगर सावन महीने की शिवरात्रि सबसे खास होती है. ऐसा माना जाता है जो लोग बाकी शिवरात्रि पर किसा वजह से व्रत नहीं रख पाते वे सावन शिवरात्रि पर जरूर उपवास करें. ऐसा करने से लोगों की हर मनोकामना पूरी होती है और उन्हें मनचाहा फल मिलता है. शिव भक्त सावन शिवरात्रि को त्योहार की तरह मनाते हैं. इस दिन भारी संख्या में लोग मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं. भोलेनाथ को बेलपत्र चढ़ाने से लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है.
जानकारी के मुताबिक सावन महीने की पहली शिवरात्रि 15 जुलाई शनिवार के दिन है. इस दिन लोग व्रत रखते हैं. कई स्थानों पर लोग सावन शिवरात्रि पर महा रूद्राभिषेक करके धूमधाम से इसे मनाते हैं ताकि भगवान शिव की कृपा उनपर हमेशा बनी रहे. सावन महीने में भारी संख्या में शिव भक्त कांवड़ यात्रा करते हैं. इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों के लोग हिस्सा लेते हैं. शिव भक्त कंधे पर कांवड़ रखकर कई किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं.
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