अपर्णा यादव ने कहा मेरी तो हार्दिक इच्छा है कि, दोनों चाचा-भतीजे शिवपाल जी और अखिलेश जी एक हो जाएं. पर इन दोनों लोगों के विचार नहीं मिल रहे हैं तो इसमें क्या कर सकते हैं.
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जी न्यूज डेस्क: सपा के जनक मुलायम सिंह यादव के परिवार की सबसे छोटी बहू अपर्णा यादव अपने बयानों और राजनीति में आने की इच्छा के चलते सुर्खियों में रहती हैं। हाल में ही उन्होंने मीडिया को एक इंटरव्यू दिया है जिसमें वह शिवपाल अखिलेश के विवाद और खुद के चुुनाव लड़ने के बारे में खुलकर बात करती नजर आईं. एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि वह चुनाव में प्रत्याशी बनना चाहती हैं, लेकिन इसका फैसला मुलायम और अखिलेश ही करेंगे.
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मेरा चुनाव लड़ने का बहुत मन है
समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में ना दिखाई देने के सवाल पर अपर्णा ने कहा कि मैं तो काफी एक्टिव हूं, हर जगह नेताजी के साथ दिखाई देती हूं. जहां भी मुझे आमंत्रित किया जाता है, वहां मैं जाती हूं. अखिलेश और मुलायम दोनों से बात होती है। पिछले कुछ समय से मुलायम की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए उनसे बातें कम हो रही हैं. आगामी चुनाव में खुद के लड़ने की इच्छा को साफ-साफ व्यक्त करते हुए अपर्णा ने कहा कि मेरा बहुत मन है कि मैं 2022 का इलेक्शन लड़ूंं, पर यह इस बात पर निर्भर करता है कि नेताजी मुलायम सिंह यादव क्या चाहते हैं. हमारी काफी बार अखिलेश से भेंट हुई पर चुनाव लड़ने के बारे में मैंने कोई चर्चा नहीं की.
चाचा शिवपाल रीढ़ की हड्डी थे
पार्टी में अलगाव और चाचा भतीजे में दूरी पर चर्चा करते हुए वह बोली कि मेरी तो हार्दिक इच्छा है कि, दोनों चाचा-भतीजे शिवपालजी और अखिलेशजी एक हो जाएं. पर इन दोनों लोगों के विचार नहीं मिल रहे हैं तो इसमें क्या कर सकते हैं. दोनों ने अपनी-अपनी पार्टी बनाई है. दोनों के एक हो जाने से समाजवादी पार्टी को बहुत फायदा होगा. चाचा शिवपाल जब समाजवादी पार्टी में थे तो वे कार्यकर्ताओं के बीच रीढ की हड्डी का काम करते थे.
नेताजी के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया. एक बार वह बचने के लिए बोरे में छिप गए थे और लाठियां खाईं थीं। यहां तक कि एक पुलिस इंस्पेक्टर ने उन्हें एक बार थप्पड़ मार दिया था। उन्होंने पार्टी के लिए बहुत संघर्ष किए हैं। पर यदि भाईसाहब अखिलेश जी उनकी पार्टी में वापसी नहीं चाहते हैं तो उनकी भी इच्छाओं का सम्मान करना चाहिए. अब दोनों लोग अलग हैं, पर मैं दोनों का सम्मान करती हूं. मैंने इन दोनों लोगों को मिलाने की कोशिश की तो उसका भुक्तभोगी मुझे बनना पड़ा था. विधान सभा चुनाव 2017 में क्या हुआ आपने देखा ही है. मुझ पर गलत टिप्पणी की गई थी, जिससे बेहद ठेस पहुंची थी। उस चुनाव ने बहुत कुछ सिखाया है। मैं पिछला चुनाव जीत सकती थी लेकिन पार्टी बिखराव के कारण मुझे हार का सामना करना पड़ा था।
प्रियंका और मोदी दोनों की तारीफ
प्रियंका गांधी द्वारा महिलाओं को 40% सीटों पर टिकट दिए जाने के बयान पर अपर्णा ने कहा कि प्रियंका जी की पहल की मैं तारीफ करती हूं, पर मैं तो आज से नहीं बहुत पहले से कहती आ रही हूं कि महिलाओं को 50% आरक्षण दिया जाना चाहिए. वह अपने इंटरव्यू में मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार की भी तारीफ करती नजर आईं. सरकार के राम मंदिर, धारा 370 हटाने और तीन तलाक के फैसलों को जबरदस्त बताते हुए उन्होंने महिलाओं के लिए 33% आरक्षण वाले बिल को पास करने की मांग की.
योगी आदित्यनाथ के काम अच्छे लगते हैं
प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वह बहुत सिंपल आदमी हैं और बहुत अच्छा काम करते हैं. मुझे नहीं पता था कि वह एक दिन चीफ मिनिस्टर बन जाएंगे. वह गौ प्रेमी है और मैं भी गौ प्रेमी हूं. उनकी जो संवेदना है गायों और पशुओं के प्रति वह उनके जीवन में भी दिखती है. मैं तो यादव हूं और यादवों के डीएनए में ही होता है गायों से प्रेम करना, इसलिए मैं उनके कार्यों की तारीफ करती हूं. जब बीजेपी के पक्ष में इतने बयान देने और उनके शासन को अच्छा बताने के बारे में बात करते हुए उनसे पूछा गया है कि आप कभी बीजेपी में शामिल होंगी तो उन्होंने कहा ऐसा तो कुछ है नहीं, मैं तो समाजवादी पार्टी में हूं.
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