यह पहला मामला नहीं है, इरफान सोलंकी इसके पहले भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से भिड़ते देखे जा चुके हैं. अभी हाल ही में उनकी गाड़ी का चलान हुआ था तो ट्रैफिक पुलिस को सरकार आने पर देख लेने की धमकी दी थी.
Trending Photos
कानपुर: कानपुर के सीसामऊ विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी (Samajwadi Party MLA Irfan Solanki) अक्सर विवादों में रहते हैं. शुक्रवार को एक बार फिर उनकी दादागिरी देखने में आई. ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान के लिए पुलिसकर्मी ने उनकी गाड़ी की फोटो खींच ली तो वह उससे भिड़ गए. ट्रैफिक ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता की. ट्रैफिक सिपाहियों पर फोटो डिलीट करने का दबाव बनाया. पुलिसकर्मियों से उलझते हुए विधायक शिष्टाचार भी भूल गए और अमर्यादित शब्दों की झड़ी लगा दी. वर्दीगिरी भुला देने की धमकी तक दे डाली.
सपा नेता अबू आजमी के स्वागत में काफिला लेकर निकले थे
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इरफान सोलंकी सीसामऊ सीट (Sisamau MLA) से लगातार तीन बार के सपा विधायक हैं. इसके पहले इनके पिता भी विधायक थे. दरअसल, सपा नेता अबू आसिम आज़मी (Abu Asim Azami) कानपुर आ रहे थे. उनके स्वागत में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जाजमऊ गंगा पुल पर इकट्ठा हुए थे. विधायक इरफान सोलंकी भी आजमी का स्वागत करने के लिए अपने समर्थकों के साथ काफिला लेकर जाजमऊ के लिए निकले. चकेरी के रामादेवी ओवरब्रिज पर ट्रैफिक पुलिस बिना हेलमेट बाइक से जा रहे सपा कार्यकर्ताओं की फोटो खींच रही थी. तभी विधायक की नजर उन पर पड़ी.
ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को दी धमकी, कमिश्नर को लगाया फोन
चालान ना कटे इसलिए विधायक इरफान सोलंकी पुलिस कर्मियों को अपना परिचय देने के लिए पहुंचे और उन्हें धमकाने लगे. विधायक और उनके कार्यकर्ताओं का ट्रैफिक पुलिस से बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सपा विधायक इरफान सोलंकी कैसे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को धमकाते और फोटो डिलीट करवाते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने पुलिसकर्मियों के सामने ही पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को फोन लगा दिया और उनकी शिकायत कर डाली. शिकायत में विधायक ने जो कहा उसे सुनकर भी सभी को हैरानी ही हुई. सपा विधायक ने कमिश्नर से कहा कि पुलिसकर्मी हमें मोदी और योगी सरकार की धौंस दे रहे हैं. काफिले की फोटो खींच रहे हैं.
इरफान सोलंकी और विवादों का रहा है चोली-दामन का साथ
यह पहला मामला नहीं है, इरफान सोलंकी इसके पहले भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से भिड़ते देखे जा चुके हैं. अभी हाल ही में उनकी गाड़ी का चलान हुआ था तो ट्रैफिक पुलिस को सरकार आने पर देख लेने की धमकी दी थी. उन्होंने साल 2010-11 में तत्कालिक केस्को एमडी रितु माहेश्वरी के ऑफिस में कार्यकर्ताओं के साथ घुसकर हंगामा किया था. इस मामले में विधायक की गिरफ्तारी तक हुई थी. अखिलेश सरकार के समय गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के छात्रों के साथ मारपीट का भी आरोप लगा. उल्टा सपा सरकार ने छात्रों पर ही लाठीचार्ज करवा दिया था. इसको लेकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे. यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था.
WATCH LIVE TV