मुख्य अनुष्ठान में सुबह 9.30 बजे खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यजमान बने. प्राण प्रतिष्ठा के बाद महाभोग अर्पित कर महाआरती की की गई. इसके बाद प्रसाद भी वितरित किया गया.
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वाराणसी: सौ सालों से भी ज्यादा लंबे इंतजार के बाद सोमवार को माता अन्नपूर्णा बाबा विश्वनाथ के आंगन में विराज गई हैं. मंदिर से 108 साल पहले काशी से चोरी गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति सोमवार को फिर उसी मंदिर में स्थापित हो गई हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मां अन्नपूर्णेश्वरी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न कराया गया. सोमवार को प्रात: छह बजे से ही यहां पर पूजन का कार्यक्रम शुरु हो गया था. मुख्यमंत्री करीब 9:30 बजे श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में पहुंचे थे.
इस मौके पर सीएम योगी ने पीएम मोदी (Pm modi) की तारीफ करते हुए कहा कि उनके कारण ही 108 वर्ष बाद मानपुरा के प्रतिमा एक बार फिर से काशी में अपने धाम में वापस आई है. इसका पूरा श्रेय देश के यशस्वी तपस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है. इसके बाद वह सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में सुबह साढ़े 10 से दोपहर करीब पौने 12 बजे तक मूर्ति स्थापना के उपलक्ष्य में सम्मेलन करेंगे.
सीएम ने की थी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर रविवार को वाराणसी पहुंचे. सीएम योगी ने सर्किट हाउस में रात में ही अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक भी की. योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने रविवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple in Varanasi) में पूजा-अर्चना की.
दिल्ली से 11 नवंबर को रवाना होने के बाद काशी पहुंचने के दौरान मां की प्रतिमा अलीगढ़, लखनऊ, अयोध्या, जौनपुर समेत यूपी के 18 जिलों से गुजरी. हर जिले में मां अन्नपूर्णा का भव्य स्वागत किया गया.
स्थापित हुए अन्नपूर्णेश्वरी की मूर्ति समेत पांच विग्रह
करीब 100 साल पहले काशी से चोरी करके कनाडा ले जी गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति फिर से काशी विश्वनाथ धाम में स्थापित हो गई है. हरिप्रबोधिनी एकादशी पर सोमवार को कनाडा से लाई गई अन्नपूर्णेश्वरी की मूर्ति समेत पांच विग्रह स्थापित किए गए.
पीएम मोदी ने दी थी जानकारी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 नवंबर 2020 को मन की बात कार्यक्रम में देश के लोगों को मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा कनाडा में मिलने की जानकारी देते हुए कहा था कि हर एक भारतीय को यह जानकर गर्व होगा कि मां अन्नपूर्णा की सदियों पुरानी प्रतिमा कनाडा से भारत वापस लाई जा रही है. यह करीब 108 साल पहले वाराणसी के एक मंदिर से चोरी हुई थी. बनारस शैली में उकेरी गई 18वीं सदी की यह मूर्ति कनाडा की यूनिवर्सिटी आफ रेजिना में मैकेंजी आर्ट गैलरी की शोभा बढ़ा रही थी. इस आर्ट गैलरी को 1936 में वकील नार्मन मैकेंजी की वसीयत के अनुसार तैयार किया गया था.
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