UP Chunav 2022: यूपी में काफी पिछड़ गई BSP, पार्टी में मची भगदड़, 75% विधायकों ने मायावती को कहा टाटा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1035515

UP Chunav 2022: यूपी में काफी पिछड़ गई BSP, पार्टी में मची भगदड़, 75% विधायकों ने मायावती को कहा टाटा

बताया जा रहा है कि यूपी कांग्रेस और अपना दल से भी कम विधायक अब बीएसपी के पास हैं. कांग्रेस के 7 विधायकों में एक बागी है और एक ने पार्टी छोड़ दी है. यानी कांग्रेस में अब 5 विधायक बचे हैं. वहीं, अपना दल के 9 विधायक यूपी में हैं और सुभासपा के चार विधायक हैं. इसी के साथ बसपा में भी अब 4 ही विधायक बचे हैं...

UP Chunav 2022: यूपी में काफी पिछड़ गई BSP, पार्टी में मची भगदड़, 75% विधायकों ने मायावती को कहा टाटा

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले ही बसपा की हालत खस्ता होती नजर आ रही है. मायावती की पार्टी बीएसपी से नेताओं के अलविदा कहने का सिलसिला जारी है. हाल ही में बसपा विधानमंडल दल के नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने गुरुवार को मायावती को पत्र लिखकर रेजिग्नेशन दे दिया. बसपा के लिए यह खबर एक बड़े धक्के के रूप में देखी जा सकती है. इसके पहले वंदना सिंह ने भी बसपा से इस्तीफा देकर भाजपा का हाथ थाम लिया.

बसपा में बचे 4 ही विधायक
गौरतलब है कि गुड्डू जमाली पहले विधायक नहीं हैं, जिन्होंने बसपा के बाय-बाय बोला है. आंकड़ें बताते हैं कि इन्हें मिलकार पार्टी के करीब 75% विधायक मायावती का दामन छोड़ चुके हैं. बता दें, साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के 19 प्रत्याशी विधायक बने थे. लेकिन अब पार्टी में महज 4 ही विधायक हैं. बाकी सबने पार्टी को अलविदा कह दिया. अब चुनाव से पहले मायावती की पार्टी में भगदड़ मच गई है.

UP Chunav 2022: प्रियंका गांधी का प्रयागराज दौरा, चार लोगों की हत्या मामले में पीड़ित परिवार से मिलेंगी

लगातार गिरा मायावती का ग्राफ
बता दें, यूपी की कुर्सी पर मायावती एक दो बार नहीं, बल्कि पूरे 4 बार बैठी हैं. इसी के साथ उनकी पार्टी बसपा को राष्ट्रीय पार्टी बनने का भी खिताब मिला. लेकिन, साल 2012 के विधानसभा चुनाव में जब सपा को गद्दी वापस मिली, उसके बाद से बसपा का ग्राफ गिरना शुरू हो गया, जो अभी तक जारी है. इस ग्राफ को वापस ऊंचाई पर लाने के लिए मायावती लगातार मेहनत करती रहीं और इसी कड़ी में उन्होंने 4 प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए. लेकिन, न उनके विधायक पार्टी में रुके और जो रुके वह भी  2022 के लिए फ्रंटफुट पर नहीं आ रहे हैं. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष भी पार्टी की प्रगति में खासा योगदान नहीं दे पाए.

सपा में शामिल हो सकते हैं गुड्डू जमाली
बता दें, वंदना सिंह के बाद शाह आलम भी बसपा छोड़ने के साथ मायावती को बड़ा झटका देकर चले गए हैं. आजमगढ़ की मुबारकपुर सीट से विधायक शाह आलम को मायावती ने विधानमंडल दल का नेता बनाया था. यह मायावती ने तब किया था जब लालजी वर्मा ने पार्टी छोड़ दी थी. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि गुड्डू जमाली अखिलेश की साइकिल पर सवार हो सकते हैं. खबर मिल रही है कि वह अखिलेश यादव से बातचीत कर चुके हैं और जल्द ही सपा में एंट्री के दौरान शपथ ले लेंगे. 

निर्दयता का दंड: 9 साल की बच्ची को मारकर लाश फ्रिज में रखने वाले हैवान पति-पत्नी को उम्रकैद, आटे की बोरी ने दिलवाया इंसाफ

कांग्रेस और अपना दल से भी पिछड़ी बसपा
बताया जा रहा है कि यूपी कांग्रेस और अपना दल से भी कम विधायक अब बीएसपी के पास हैं. कांग्रेस के 7 विधायकों में एक बागी है और एक ने पार्टी छोड़ दी है. यानी कांग्रेस में अब 5 विधायक बचे हैं. वहीं, अपना दल के 9 विधायक यूपी में हैं और सुभासपा के चार विधायक हैं. इसी के साथ बसपा में भी अब 4 ही विधायक बचे हैं.

WATCH LIVE TV

Trending news