UP Chunav 2022: साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के सबसे बड़े बेटे उमर अहमद का नाम भी इसमें शामिल है, जो पिछले 3 सालों से लगातार फरार चल रहा है. उमर अहमद के खिलाफ लखनऊ के व्यापारी मोहित जयसवाल ने अगवा करके देवरिया जेल ले जाकर मारपीट का आरोप लगाया है.
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मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने माफिया अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की है. परिणामस्वरूप तमाम बड़े अपराधी मौजूदा समय में सलाखों के पीछे हैं. लेकिन, प्रयागराज मंडल के 3 सबसे बड़े इनामी अपराधी अभी भी उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं. पिछले तीन सालों से तीनों अपराधी फरार चल रहे हैं, जिसको लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. दरअसल, विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख बेहद नजदीक है. अधिसूचना जारी हो चुकी है. 27 फरवरी को प्रयागराज मंडल में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. ऐसे में उसके पहले इनामी और वांटेड अपराधियों की धरपकड़ को लेकर पुलिस की टीमें लगातार सक्रिय हैं, ताकि नामी अपराधी चुनाव में किसी तरह की गड़बड़ी न कर सकें.
सभापति और सुभाष यादव को ढूंढने की कोशिश में पुलिस
पुलिस महकमे की तरफ से दावा यह किया जा रहा है कि ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा, जिससे चुनाव में किसी तरीके की गड़बड़ी न हो. प्रयागराज मंडल में जो तीन सबसे बड़े इनामी अपराधी फरार चल रहे हैं, उनमें सबसे पहला नाम प्रतापगढ़ के सभापति यादव का है और दूसरा नाम सुभाष यादव का है. दोनों सगे भाई हैं, जो प्रतापगढ़ जिले के आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. दोनों के खिलाफ यूपी पुलिस की तरफ से पांच-पांच लाख का इनाम घोषित है. दोनों पिछले 3 साल से पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार चल रहे हैं. लगातार एसटीएफ और क्राइम से लेकर एसओजी की टीमें इनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई कर रही हैं, लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिल सकी.
समाजवादी पार्टी है दोनों वॉन्टेड भाइयों का नाता
हालांकि प्रतापगढ़ पुलिस ने दोनों भाइयों की कई संपत्तियां जब्त करने के साथ ही बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करने की भी कार्रवाई की है. दोनों भाइयों का प्रतापगढ़ की राजनीति में भी खासा दखल माना जाता है. ये लोग समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं. सभापति यादव कई बार ब्लॉक प्रमुख रहा है, उसका भाई सुभाष यादव भी जिला पंचायत का सदस्य रह चुका है.
तीसरा नाम अतीक अहमद के बेटे उमर का
इस कड़ी में तीसरा सबसे बड़ा नाम गुजरात की साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद के सबसे बड़े बेटे उमर अहमद का है, जो पिछले 3 सालों से लगातार फरार चल रहा है. उमर अहमद के खिलाफ लखनऊ के व्यापारी मोहित जयसवाल ने अगवा करके देवरिया जेल ले जाकर मारपीट का आरोप लगाया है. मामले की जांच कर रही सीबीआई ने उमर अहमद की गिरफ्तारी पर दो लाख का इनाम घोषित किया है. प्रयागराज पुलिस के साथ-साथ लखनऊ पुलिस उमर की तलाश में लगातार छापेमारी की कार्रवाई की है. लेकिन अभी तक पुलिस की टीमों को उसके ठोस ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है.
5 राज्यों में पुलिस ने की छापेमारी
दावा तो यहां तक किया गया है कि माफिया अतीक अहमद के बेटे उमर अहमद की गिरफ्तारी के लिए यूपी समेत देश के 5 राज्यों में पुलिस की टीमों ने छापेमारी की है, लेकिन तीन साल से अधिक का समय बीतने के बाद भी पुलिस की टीमों को उमर अहमद के बारे में कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका है.
ओवैसी की पार्टी में शामिल अतीक और पत्नी शाइस्ता
अतीक अहमद मौजूदा समय में अहमदाबाद के साबरमती जेल में बंद है. वह प्रयागराज के शहर पश्चिमी विधानसभा से 5 बार विधायक रहा है, साथ ही प्रयागराज के फूलपुर लोकसभा से एक बार सांसद भी रहा है. मौजूदा समय में वह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन में है.
अतीक के दोनों बेटों पर पुलिस की नजर
विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में अतीक अहमद ने अपने परंपरागत सीट प्रयागराज की शहर पश्चिम से इस बार अपनी पत्नी शाइस्ता परवीन को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया है. माना जा रहा है कि अतीक अहमद की पत्नी शहर पश्चिमी विधानसभा से मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी. ऐसे में प्रयागराज पुलिस अतीक अहमद के गुर्गे और उसके अपराधी प्रवृति के करीबियों के खिलाफ चुनाव से पहले कार्रवाई में जुटी है. ताकि चुनाव में अतीक अहमद अपने करीबियों और गुर्गों के जरिए किसी तरीके की गड़बड़ी ना कर सके. लेकिन, इस सबके बावजूद उसके बड़े बेटे दो लाख के इनामी उमर अहमद की गिरफ्तारी न होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी बड़े सवाल खड़े कर रहा है.
अतीक के छोटे बेटे अली पर भी केस
इतना ही नहीं 31 दिसंबर 2021 को माफिया अतीक अहमद के छोटे बेटे अली अहमद के खिलाफ भी प्रयागराज के प्रॉपर्टी डीलर ने करेली थाने में पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया है. अली मुकदमा दर्ज होने के बाद से फरार चल रहा है. पुलिस की टीमें उसे भी अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी हैं. पुलिस महकमे के आला अधिकारियों का दावा है कि लगातार अतीक अहमद के बेटे की तलाश में छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस की अलग-अलग टीमें उसके संभावित ठिकानों की जानकारी लेने के साथ ही सुरागकशी कर रही हैं. जल्दी सभी को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा.
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