उत्तराखंड में बिजली की दरें 1 अप्रैल से बढ़ जाएंगी. 23 मार्च को बिजली की नई दरें जारी कर दी जाएंगी. इससे पहले के संकट को देखते हुए सीएम धामी ने केंद्र के साथ कई दौर की वार्ता की है.
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देहरादून : एक तरफ उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. वहीं पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी बिजली के दाम बढ़ने से ग्राहकों पर दबाव बढ़ेगा. ऊर्जा निगमों ने बिजली दरों में बढ़ोतरी किये जाने के लिए विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव दिया था. सूत्रों के मुताबिक विद्युत नियामक आयोग ने नई दरों पर मुहर लगा दी है. हालांकि पावर टैरिफ में कितना इजाफा होगा यह 23 मार्च को साफ हो पाएगा. माना जा रहा है कि 1 अप्रैल से बिजली की नई दरें लागू हो जाएंगी. इस बढ़ोतरी से प्रदेश के 27 लाख 50 हजार 872 उपभोक्ता प्रभावित होंगे.
इस साल यूपीसीएल ने नियामक आयोग के सामने बिजली दरों में 16.96 फीसदी, यूजेवीएनएल ने लगभग 2.43 फीसदी, और पिटकुल ने 9.27 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव नियामक आयोग के सामने रखा था. आयोग ने इन सभी प्रस्तावों पर राज्य भर में जनसुनवाई कर हितधारकों और तीनों ऊर्जा निगमों की बातें सुनीं. इसके बाद आयोग ने बोर्ड की मीटिंग कर सभी के प्रस्तावों पर चर्चा की है. सूत्रों के मुताबिक नियामक आयोग ने यूपीसीएल के टैरिफ में लगभग 12 फीसदी बढ़ोतरी का फैसला लिया है.
किस श्रेणी के कितने कंज्यूमर पर पड़ेगा असर
श्रेणी कंज्यूमर
बीपीएल 4,30,201
घरेलू 19,64,440
व्यावसायिक 2,89,867
एलटी इंडस्ट्री 14,071
एचटी इंडस्ट्री 2,402
प्राइवेट ट्यूबवेल 42,718
मिक्स लोड 81
अन्य राज्य 04
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन 03
स्ट्रीट लाइट 2963
राजकीय सिंचाई 1924
वाटर वर्क्स 2196
रेलवे ट्रैक्शन 02
कुल 27,50,872
बिजली की दरों में प्रस्तावित वृद्धि से मछली पालकों को राहत दी जा सकती है. बताया जा रहा है कि जनसुनवाई में राज्य भर के मछली पालकों ने अपना दर्द बयां किया था. प्रदेश भर में 7 हजार मत्स्य पालक हैं.
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