नैनीताल हाईकोर्ट हल्द्वानी शिफ्ट करने पर तकरार, बीजेपी और कांग्रेस के बीच खिंची तलवार
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नैनीताल हाईकोर्ट हल्द्वानी शिफ्ट करने पर तकरार, बीजेपी और कांग्रेस के बीच खिंची तलवार

बुधवार को हुई पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट की मीटिंग में रायशुमारी में करीब 80 प्रतिशत सुझाव हाईकोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने के पक्ष में थे, जिस पर अब सियासत गर्म होती दिखाई दे रही है.

नैनीताल हाईकोर्ट हल्द्वानी शिफ्ट करने पर तकरार, बीजेपी और कांग्रेस के बीच खिंची तलवार

सतीश कुमार/काशीपुर: नैनीताल हाईकोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में तलवार खिंच गई हैं. जहां विपक्ष इस फैसले से नाखुश दिखाई दे रहा और सरकार पर काशीपुर की जनता को बरगलाने का आरोप लगा रहा है तो वहीं पक्ष अब हाईकोर्ट हल्द्वानी शिफ्ट करने की वकालत करने लगा है.

हाईकोर्ट शिफ्टिंग की बात जब से गाहे बाहे की जा रही थी तभी से कुछ लोग इस मुद्दे को लेकर पक्ष में खड़े थे. लेकिन कुछ लोग विरोध में उतर आए थे. इतना ही नहीं नैनीताल के कुछ वकील भी हाईकोर्ट को शिफ्ट करना नहीं चाहते थे जबकि हल्द्वानी के वकील हाईकोर्ट को कुमाऊं के प्रवेश द्वार में शिफ्ट करने के लिए जोर लगा रहे थे.  बुधवार को हुई पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट की मीटिंग में रायशुमारी में करीब 80 प्रतिशत सुझाव हाईकोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने के पक्ष में थे, जिस पर अब सियासत गर्म होती दिखाई दे रही है.

इस मामले को लेकर कांग्रेस नेत्री मुक्ता सिंह का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा से जनता के हित के लिए कार्य किया है. कांग्रेस ने जो भी नीतियां बनाई जनता की भलाई के लिए. लेकिन बीजेपी ने हमेशा से ही जनता के साथ खिलवाड़ किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का काम जनता को बरगलाने का है, बीजेपी की कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है क्योंकि बीजेपी करती कुछ है और कहती कुछ और है.

उन्होंने धामी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने काशीपुर की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. बीजेपी ने चुनावी वादे करते हुए काशीपुरवासियों से हाईकोर्ट को काशीपुर शिफ्ट करने की सहमति जताई थी. जिसके बाद ही काशीपुर की जनता से सरकार को चुनाव में जिताया था.लेकिन अब सरकार का मूड बदलकर हल्द्वानी में हाईकोर्ट को शिफ्ट करना दोहरा चरित्र को दर्शाता है. 

वहीं बीजेपी अब हाईकोर्ट शिफ्ट करने को लेकर अपना तर्क दे रही है. हाईकोर्ट से नैनीताल की वादियों को परेशानी होती थी. बीजेपी का कहना है कि खासकर पर्यटक सीजन में नैनीताल में दिक्कतें अधिक बड़ जाती है. कई बार हल्द्वानी से गाड़ियों की एंट्री बंद करवा दी जाती है. ऐसे में नैनीताल से हाईकोर्ट को शिफ्ट करना जरूरी हो गया था ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो. बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का काम लोगों को गुमराह करने का है और कांग्रेस कभी भी देश हित के लिए नहीं सोचती है. 

हाईकोर्ट को नैनीताल से हल्द्वानी शिफ्ट करने को लेकर धामी सरकार ने फरमान तो जारी कर दिया है. इस फरमान के बीच जहां कांग्रेस सरकार को घेर पहाड़ चढ़ने से कतराने का आरोप मढ़ रही है. वहीं सत्ता खेमा भी फुल प्लानिंग के साथ कांग्रेस पर पलटवार कर रहा है. ऐसे में पहाड़ से मैदान में हाईकोर्ट शिफ्ट करना कितना फायदेमंद साबित होता है ये आने वाला वक्त ही बताएगा. 

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