भाजपा-कांग्रेस के बीच बढ़ी चुनावी रार, 'मिशन 2022' फतह करने के लिए इस फॉर्मूले पर काम कर रहीं दोनों पार्टियां
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भाजपा-कांग्रेस के बीच बढ़ी चुनावी रार, 'मिशन 2022' फतह करने के लिए इस फॉर्मूले पर काम कर रहीं दोनों पार्टियां

उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Elections) में सत्ताधारी भाजपा को घेरने की कांग्रेस पार्टी ने तैयारी तेज कर दी है. महंगाई बेरोजगारी जैसे मसले को लेकर अब कांग्रेस पार्टी भाजपा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने का दम भर रही है. 

भाजपा-कांग्रेस के बीच बढ़ी चुनावी रार, 'मिशन 2022' फतह करने के लिए इस फॉर्मूले पर काम कर रहीं दोनों पार्टियां

देहरादून:  उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Elections) में सत्ताधारी भाजपा को घेरने की कांग्रेस पार्टी ने तैयारी तेज कर दी है. महंगाई बेरोजगारी जैसे मसले को लेकर अब कांग्रेस पार्टी भाजपा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने का दम भर रही है. 

इन मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में उतरेगी कांग्रेस 
2022 के विधानसभा चुनाव में महंगाई,बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और खनन चार ऐसे मुद्दे हैं,  जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. अभी तक जहां देवस्थानम बोर्ड का मसला का मुद्दा कांग्रेस पार्टी के लिए एक कारगर मुद्दा साबित हो रहा था. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की रणनीति से कांग्रेस पार्टी के चारों खाने चित हो गई हैं. जिसके बाद अब पुराने मुद्दों के भरोसे ही चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी हो रही है. 

भाजपा को घेरने की तैयारी में कांग्रेस 
भ्रष्टाचार के मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार पर वार करने की तैयारी कर रही है. 18 दिसंबर से प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे. नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि भ्रष्टाचार के एक मामले हो तो कहा जाए। कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की लंबी फेहरिस्त बता रही है. कुंभ मेले के दौरान कोरोना के टेस्टिंग का मामला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा हुआ है. खनन का मसला सबके सामने है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में भाजपा को घेरने की तैयारी कर रही है. 

कांग्रेस पर भाजपा ने किया पलटवार 
फिलहाल कांग्रेस पार्टी पर भाजपा ने भी पलटवार किया है भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स का कहना है कि कांग्रेस पार्टी को 2012 से 2017 के दौरान जो भ्रष्टाचार के कारनामे किए हैं, उसे जनता अच्छी तरह से देख चुकी है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग ऑपरेशन में भी यह बात सबके सामने आई थी कि भ्रष्टाचार पर उन्होंने क्या कहा था. ऐसे में भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने वालों अपने शासनकाल के दौरान क्या हुआ था. उसको देखना चाहिए. कांग्रेस पार्टी को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है. भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के बहकावे में प्रदेश की जनता आने वाली नहीं है. 

दिलचस्प होगी 2022 की सियासी जंग
फिलहाल 2022 का विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस के बीच भ्रष्टाचार बेरोजगारी जैसे मसले को आरोप प्रत्यारोप को दौर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में देखना होगा कि भ्रष्टाचार महंगाई और बेरोजगारी जनता की नजरों में कितने मायने रखती हैं क्योंकि दोनों पार्टियां एक दूसरे को दागदार बता रही हैं, आखिर पाक साफ छवि तो जनता जनार्दन अपने वोट देकर तय करेगी. 

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