Azamgarh/Devendra Pratap Sharma:जनपद आजमगढ़ के सदर तहसील में एक-एक कर फरियादियों के नाम पुकारे जा रहे थे और फरियाद सुन रही थी नवीं क्लास में पढ़ने वाली अंशिका, जिन्हें महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण मिशन शक्ति के तहत जिले की सर्वोच्च अधिकारी पद संभालने के लिए दिया गया था. अंशिका के अलावा संजू यादव एसपी और प्रज्ञा मौर्या सीडीओ बनीं और तीन ने बेहिचक होकर अपनी जिम्मेदारी निभाई. आजमगढ़ के जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल से सुनिये, एक दिन डीएम का छोटा सा कार्यकाल कैसा रहा और इसका मकसद क्या था.